Pooja Pal: ‘मेरे हाथों की मेहंदी भी नहीं छूटी थी, शादी के केवल 9 दिन हुए थे, उनको (राजू पाल) विधायक बने तीन महीने ही हुए थे जब अतीक ने मेरे पति की हत्या करवा दी थी ‘ यह कहना है समाजवादी पार्टी से निष्कासित विधायक पूजा पाल का। सपा से बाहर का रास्ता दिखाए जाने के बाद पूजा पाल ने एक निजी टीवी चैनल से बात करते हुए अपनी जिंदगी की दर्दभरी दास्तां साझा की। इस दौरान वो बात करते हुए रो पड़ीं। पूजा पाल ने सपा चीफ अखिलेश यादव से यह भी पूछा कि उनको यह भी बताना चाहिए कि वो अतीक अहमद के परिवार के साथ हैं, जिसने मेरे पति राजू पाल की हत्या की या फिर मेरे पति के साथ?

सपा से निकाले जाने के बाद पूजा पाल ने कहा कि ईश्वर जो भी संघर्ष कराएगा, उसका सामना करने के लिए मैं तैयार हूं। मैं उस संघर्ष से भागने वाली बिल्कुल भी नहीं हूं। पूजा पाल ने कहा कि मैं सपा में अखिलेश यादव की सोच के साथ जुड़ी थी। उस वक्त मुझे लगा था कि सपा प्रमुख माफियाओं के खिलाफ हैं।

अतीक का खात्मा हुआ तो अखिलेश को दर्द हुआ- पूजा पाल

सपा से बर्खास्त की गईं विधायक पूजा पाल ने कहा कि जब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कार्रवाई की और मुझे न्याय मिला तो उस दिन मैंने अखिलेश यादव का दोहरा चरित्र देखा कि इंसान बात कुछ और करता है, करता कुछ और है। पाल ने कहा कि प्रयागराज की धरती पर उस दिन हम जैसी विधवा महिलाओं को न्याय मिला, जिस दिन अतीक अहमद का खात्मा हुआ।

पूजा पाल ने कहा कि जब राजू पाल की हत्या हुई तो यही (सपा के लोग) छाती पीट-पीटकर चिल्ला रहे थे कि कानून व्यवस्था खराब है, लेकिन जब सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जिस माफिया ने मर्डर किया, हम उसको मिट्टी में मिला देंगे, और जब अतीक मिट्टी में मिल गया तो सबसे ज्यादा छाती में दर्द इन्हीं लोगों (समाजवादी पार्टी ) के हुआ। पूजा ने अखिलेश यादव यह तय करें कि वो राजूपाल के परिवार के साथ हैं या फिर अतीक के। जिसने हम न जानें कितनी महिलाओं को परेशान किया।

राजू पाल की पत्नी ने कहा कि मेरी जिंदगी बर्बाद हुई। मैंने उस दौर को देखा है, जब अतीक अहमद केवल आंख दिखा देता है, तो लोग मुकदमा वापस ले लेते थे। लोग अतीक के सामने से पड़ना छोड़ देते थे। मैंने उस दौर में उससे मुकाबला किया। इतना ही नहीं पति की हत्या के बाद भी मैं लगातार लड़ी। मैं सन 2005 से 2023 तक अतीक से लड़ी।

सपा ने पूजा पाल को क्यों निकाला?

समाजवादी पार्टी ने गुरुवार को पार्टी विधायक पूजा पाल को पार्टी विरोधी गतिविधियों और अनुशासनहीनता के लिए निष्कासित कर दिया। इससे एक दिन पहले उन्होंने गैंगस्टर और राजनेता अतीक अहमद की मौत के बाद महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की प्रशंसा की थी। बता दें, अतीक अहमद 2005 में अपने पति और पूर्व बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मामले में आरोपी थे। पूजा पाल ने सरकार की अपराध-विरोधी नीतियों के तहत महिलाओं को न्याय दिलाने के लिए सीएम योगी का आभार व्यक्त किया था।

सपा विधायक पूजा पाल ने अतीक अहमद को ‘मिट्टी में मिलाने’ के लिए की योगी आदित्यनाथ की तारीफ

सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने एक पत्र में पूजा पाल पर पार्टी विरोधी गतिविधियों का आरोप लगाया है जिससे पार्टी को नुकसान पहुंचा है। उन्होंने आगे कहा कि आपके द्वारा की गई कार्रवाई पार्टी के विरुद्ध है और अनुशासन का गंभीर उल्लंघन है। इसलिए आपको तत्काल प्रभाव से समाजवादी पार्टी से निष्कासित किया जाता है। इसके अतिरिक्त, आपको पार्टी के अन्य पदों से भी हटा दिया जाता है और आप पार्टी के किसी भी कार्यक्रम/बैठक में शामिल नहीं होंगी, न ही आपको आमंत्रित किया जाएगा।

बीजेपी ने अखिलेश पर साधा निशाना

भाजपा ने ओबीसी विधायक पूजा पाल को बर्खास्त करने के लिए समाजवादी पार्टी पर निशाना साधा और कहा कि कांग्रेस और सपा ने अल्पसंख्यकों की बजाय परिवारों को प्राथमिकता दी। भाजपा प्रवक्ता प्रदीप भंडारी ने कहा कि कर्नाटक में सच बोलने पर कांग्रेस द्वारा अनुसूचित जनजाति मंत्री को बर्खास्त करने के बाद, अब सपा ने सच बोलने पर ओबीसी विधायक को बर्खास्त कर दिया है! परिवारवादियों के लिए परिवार पहले। ओबीसी, एससी, एसटी का कल्याण अंत में!” वहीं, सीएम योगी ने कहा कि सत्ता के लिए कांग्रेस ने देश को बांटा। पढ़ें…पूरी खबर।