देश के पूर्व उप प्रधानमंत्री और बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी को ‘भारत रत्न’ दिए जाने का ऐलान किया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने खुद यह ऐलान किया। इस ऐलान के बाद कई मुस्लिम संगठनों ने नाराजगी जताई है। इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल के अध्यक्ष मौलाना तौकीर रजा ने इस मामले को लेकर एक विवादित बयान भी दे दिया। तौकीर रजा ने कहा कि सरकार और आडवाणी दोनों बेईमान है और उनको भारत रत्न देना नाइंसाफी है।

मुसलमान देश प्रेम की वजह से सब्र कर रहे- मौलाना तौकीर रजा

विवादित बयान देते हुए मौलाना तौकीर रजा ने कहा, “मुसलमान देश प्रेम की वजह से सब्र कर रहे हैं नहीं तो अगर वह नियंत्रण से बाहर हो गए तो हिंदुस्तान में जंग का माहौल हो जाएगा। आडवाणी ने देश को बांटने का काम किया है। अगर आज देश में भुखमरी और बेरोजगारी है तो उसके लिए लालकृष्ण आडवाणी जिम्मेदार हैं।”

मौलाना तकरीर रजा ने कहा कि सरकार के पास ताकत है और देश में नफरत को पसंद किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह बेईमानी पिछले 10 साल से चल रही है। मौलाना तौकीर रजा ने विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल जैसे संगठनों पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विश्व हिंदू परिषद और बजरंग दल चाहते हैं देश में जंग हो लेकिन हम सब्र कर रखे हैं। उन्होंने कहा कि अगर मुस्लिम नौजवान नियंत्रण से बाहर हो गया तो देश में जंग का माहौल बन जाएगा।

कांग्रेस ने किया स्वागत

लालकृष्ण आडवाणी को मिले भारत रत्न पर देश के अलग-अलग राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रिया भी आ रही है। कांग्रेस ने भी भारत सरकार के इस कदम का स्वागत किया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम इसका स्वागत करते हैं।

वहीं भारत रत्न मिलने की घोषणा पर लालकृष्ण आडवाणी ने एक बयान जारी किया। उन्होंने कहा, “अत्यंत विनम्रता और कृतज्ञता के साथ मैं ‘भारत रत्न’ स्वीकार करता हूं जो आज मुझे प्रदान किया गया है। यह न केवल एक व्यक्ति के रूप में मेरे लिए सम्मान है, बल्कि उन आदर्शों और सिद्धांतों का भी सम्मान है जिनकी अपनी पूरी क्षमता से मैंने जीवन भर सेवा की है।”