मथुरा में अतिक्रमण हटाने गए पुलिस बल पर हमले में एसपी(सिटी) मुकुल द्विेवेदी और एसएचओ संतोष यादव की मौत हो गई। शहर के जवाहर बाग पर अतिक्रमियों ने दो साल से कब्जा कर रखा था। गुरुवार को जब पुलिस बल अतिक्रमण हटाने गया तो उन पर हमला किया गया। इसके बाद हुई हिंसा में 19 उपद्रवी भी मारे गए। घटना के बाद उत्तर प्रदेश सरकार सवालों के कटघरे में हैं। विपक्ष ने नैतिकता के आधार पर अखिलेश यादव को सीएम पद से इस्तीफा देने को कहा है। गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने घटना को गंभीरता से लेते हुए राज्य सरकार से जवाब मांगा है।
मारे गए एसपी मुकुल द्विेवेदी की मां ने उत्तर प्रदेश सरकार की ओर से 20 लाख रुपये का मुआवजा देने को खारिज कर दिया। एसपी की मां ने कहा, ”मुझे पैसे नहीं चाहिए। मुख्यमंत्री मेरे बेटे को वापस लाएं। मुख्यमंत्री मुझसे 20 लाख रुपये ले सकते हैं लेकिन मेरे बेटे को वापस ला दो। उन्होंने मेरे बेटे को मथुरा भेजा जिससे कि वे उसे मार सके। अब मैं क्या करूंगी। मेरे दो बेटे हैं। एक दुबई में हैं।”
राजनाथ सिंह ने कहा, ”यूपी सीएम अखिलेश यादव से बात की और मथुरा में स्थिति के बारे में जानकारी ली। उन्हें केंद्र सरकार की ओर से पूरी मदद करने का आश्वासन दिया गया है।” वहीं अखिलेश यादव ने कहा कि दोषियों को बख्शा नहीं जाएगा। अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
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भाजपा प्रवक्ता संबित पात्रा ने अखिलेश यादव से पांच सवालों के जवाब मांगे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी में जंगलराज आ गया है। पात्रा ने कहा, ”मुझे विश्वास है कि हेमामालिनीजी मथुरा जाएंगी। उन्होंने जो कुछ भी हुआ है उस पर दुख जताया है। मुद्दे से भटकना नहीं चाहिए। लेकिन कानून व्यवस्था राज्य का मुद्दा है। हिंसा होने के बाद अब तक भी यूपी सीएम मौके पर क्यों नहीं पहुंचें।” उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री और सपा नेता शिवपाल यादव ने कहा, ”उत्तर प्रदेश भाजपा अध्यक्ष को गैर जिम्मेदाराना बयान नहीं देने चाहिए। भाजपा को लोगों की मौत पर राजनीति नहीं करनी चाहिए।”
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