दिल्ली में प्राइवेट स्कूलों में कमजोर आय वर्ग के बच्चों का दाखिला अब आनलाइन होगा। दाखिले में भ्रष्टाचार खत्म करने के लिए ऑनलाइन दाखिला की प्रक्रिया अब शुरू की जा रही है। यह जानकारी उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक प्रेस कांफ्रेस में दी है। सिसोदिया ने गुरुवार को कहा कि एक जनवरी से आर्थिक रू प से कमजोर तबकों (ईडब्यूएस) और वंचित समूहों के बच्चों के दाखिले के लिए शुरू होने से न केवल भ्रष्टाचार खत्म होगा बल्कि अभिभावकों के पास दाखिले को लेकर कई विकल्प मौजूद होंगे। सिसोदिया ने कहा कि नर्सरी कक्षाओं के लिए 1,150 निजी स्कूलों में 27,000 सीटों के लिए दाखिले का आनलाइन पंजीकरण एक जनवरी से शुरू होगा। आवेदन जमा करने की आखिरी तिथि 22 जनवरी होगी।
दाखिले की पहली सूची 15 फरवरी को आएगी। इसके बाद 29 फरवरी को एक और सूची आएगी। उन्होंने कहा कि जिन स्कूलों के पास प्रोविजनल सर्टिफिकेट हैं, वहां पर दाखिला आनलाइन नहीं होगा। इसी तरह से अल्पसंख्यकों के स्कूलों में भी दाखिला आनलाइन नहीं होगा। उप मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडब्लूएस और वंचित समूहों की श्रेणियों के लिए आरक्षित 25 फीसद सीटों के लिए आनलाइन प्रक्रिया से अनियमितताओं और पैसे की मांग की शिकायतों पर नजर रखी जा सकेगी। इससे अभिभावकों को 1-20 स्कूलों में आवेदन करने का मौका मिलेगा।
उन्होंने कहा कि अब तक सरकार बस एक साझा आवेदनपत्र जारी करती थी और ड्रॉ पर निगरानी रखी आ रही थी। शेष प्रक्रिया स्कूल प्रबंधन द्वारा की जाती थी। दाखिले की आनलाइन प्रक्रिया के तहत उम्मीदवारों को सीटों का आबंटन होगा और दाखिले की प्रक्रिया केंद्रीकृत हो जाएगी। सिसोदिया ने कहा कि आनलाइन प्रक्रिया के तहत कंप्यूटरीकृत लॉटरी से न सिर्फ अनियमितताओं से जुड़ी शिकायतों का अंत होगा, बल्कि इससे नियमों के अनुसार हर आवेदक को समान अवसर मिलेगा। दिल्ली सरकार के शिक्षा निदेशालय ने बीते 29 दिसंबर को दो श्रेणियों के तहत निजी स्कूलों में नर्सरी के दाखिले को लेकर पूरा कार्यक्रम अधिसूचित किया था।
सिसोदिया ने कहा कि आनलाइन दाखिला दिल्ली में पहली बार शुरू होगा। सरकार को हर साल दाखिलों में गड़बड़ी की शिकायतें मिलती रहती थीं। उन्होंने उम्मीद जताई कि इस प्रक्रिया से कमजोर आय वर्ग के बच्चे भी दिल्ली के नामी स्कूलोें में पढ़ सकेंगे।