पश्चिम बंगाल में अगले साल अप्रैल मई में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। वहीं चुनाव आयोग बंगाल में स्पेशल इंटेंसिव रिवीजन (SIR) की प्रक्रिया चला रहा है। इसको लेकर बंगाल में टीएमसी जमकर विरोध कर रही है। इस बीच ममता सरकार ने पुलिस विभाग में बड़ा फेरबदल किया है। SIR के बीच और विधानसभा चुनाव से पहले ममता सरकार का यह फैसला काफी अहम माना जा रहा है।

किसे कहां भेजा गया?

सरकार द्वारा जारी आदेश के अनुसार झारग्राम के पुलिस अधीक्षक (एसपी) अरिजीत सिन्हा को मेदिनीपुर रेंज का पुलिस उपमहानिरीक्षक (डीआईजी) नियुक्त किया है। बांकुड़ा के एसपी वैभव तिवारी को पुरुलिया का एसपी, जबकि पुरुलिया के एसपी अविजित बनर्जी को मालदा का एसपी नियुक्त किया गया है। एसपी मालदा प्रदीप कुमार यादव को उत्तर दिनाजपुर में एसपी (ट्रैफिक) के रूप में ट्रांसफर किया गया है और एसपी अलीपुरद्वार वाई. रघुवंशी को जलपाईगुड़ी का एसपी नियुक्त किया गया है।

खंडबाले उमेश गणपत को वाई रघुवंशी की जगह अलीपुरद्वार का एसपी नियुक्त किया गया है। ट्रांसफर किए गए आईपीएस (भारतीय पुलिस सेवा) अधिकारियों में सोनावणे कुलदीप सुरेश, सौम्यदीप भट्टाचार्य, मानव सिंगला, पलाश चंद्र ढाली, शुभेंद्र कुमार भी शामिल हैं। सरकार ने कहा कि ये नियुक्तियां लोगों के हित में हैं। गृह एवं पर्वतीय मामलों के विभाग द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार ये तबादले अधिकारियों के कार्यभार ग्रहण करने की तिथि से प्रभावी होंगे और अगले आदेश तक लागू रहेंगे।

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SIR का विरोध कर रही टीएमसी

बंगाल में SIR की प्रक्रिया जोर-शोर से चल रही है। हालांकि कई जगहों पर बीएलओ की मौत की खबर सामने आई, जिसके बाद से चुनाव आयोग और बीजेपी मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निशाने पर है। टीएमसी के नेता लगातार चुनाव आयोग पर भाजपा के इशारे पर काम करने का आरोप लगा रहे हैं। SIR को लेकर टीएमसी के नेता आरोप लगा रहे हैं कि BLOs को जल्दबाजी में काम निपटाना है और इसी के दबाव में आकर वह आत्महत्या कर रहे हैं।

हाल ही में कोलकाता में BLOs ने धरना प्रदर्शन दिया था, जिसको लेकर भारत के निर्वाचन आयोग ने आपत्ति जताई थी। चुनाव आयोग ने कोलकाता के पुलिस कमिश्नर को पत्र लिखकर कहा था कि यह गंभीर सुरक्षा उल्लंघन है और चुनाव आयोग के अधिकारियों की सुरक्षा सुनिश्चित हो।