बंगाल में अप्रैल 2026 में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं और राजनीति चरम पर है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के करीबी फिरहाद हकीम एक बार फिर विवादों में घिर गए हैं। बीजेपी के एक पार्षद ने आरोप लगाया है कि कोलकाता के मेयर फिरहाद हकीम ने पहले कोलकाता के एक हिस्से को मिनी पाकिस्तान बताया था। इस पर मेयर फिरहाद हकीम भड़क गए और उन्होंने भाजपा नेता को बाइट दिखाने का चैलेंज कर दिया।
‘मिनी पाकिस्तान’ टिप्पणी पर शुरू हुआ विवाद
कोलकाता नगर निगम (KMC) के सदन में ‘मिनी पाकिस्तान’ टिप्पणी को लेकर हुई तीखी बहस के कारण अफरा-तफरी का माहौल हो गया और महापौर फिरहाद हकीम ने आरोप साबित होने पर इस्तीफा देने व राजनीति छोड़ने की बात कह दी। यह हंगामा तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) के उस प्रस्ताव पर बहस के दौरान हुआ, जिसमे रवींद्रनाथ टैगोर और बंकिम चंद्र चट्टोपाध्याय जैसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों पर ‘सांस्कृतिक हमले’ की निंदा की गई थी और ‘वंदे मातरम’ के नारे पर किसी भी प्रकार की रोक का विरोध किया गया था।
प्रस्ताव पेश करते हुए तृणमूल पार्षद अरूप चक्रवर्ती ने सदस्यों से बंगाल की सांस्कृतिक विरासत को कमजोर करने के प्रयासों के खिलाफ एकजुट होने का आग्रह किया। प्रस्ताव का विरोध करते हुए भाजपा पार्षद सजल घोष ने टीएमसी और महापौर फिरहाद हकीम पर तीखा हमला बोला। फिरहाद हकीम ने पलटवार किया और इतिहास का हवाला देते हुए तर्क दिया कि सांप्रदायिक राजनीति की जड़ें अन्य जगहों पर भी गहरी हैं।
फिरहाद हकीम ने कहा, “श्यामा प्रसाद मुखर्जी फजलुल हक की सरकार में शामिल हुए थे। पाकिस्तान की मांग करने वालों को हिंदू महासभा का समर्थन प्राप्त था।” विपक्षी भाजपा ने इसपर कड़ा विरोध जताया। इसके बाद सजल घोष ने हस्तक्षेप करते हुए आरोप लगाया कि महापौर फिरहाद हकीम ने पहले कोलकाता के एक हिस्से को ‘मिनी पाकिस्तान’ बताया था।
मैं मुसलमान हूं- हकीम
इस दावे के सामने आते ही हंगामा मच गया और दोनों पक्षों के सदस्य नारे लगाने व एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप करने लगे। हकीम ने अपनी सीट से उठकर विपक्षी बेंच की ओर इशारा किया और एक चुनौती पेश की। उन्होंने चिल्लाकर कहा, “अगर आप कहीं भी एक भी बाइट दिखा सकते हैं जहां मैंने ‘मिनी पाकिस्तान’ शब्द का उच्चारण किया हो तो मैं इस्तीफा दे दूंगा और चला जाऊंगा। मैं मुसलमान हूं। मेरा देश भारत है। पाकिस्तान मेरा दुश्मन है।” पढ़ें कौन हैं फिरहाद हकीम?
