महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को विधानसभा में बीजेपी पर वार पर वार किए। दो दिन के विशेष सत्र में उन्होंने योजनाओं की शुरुआत करते हुए बीजेपी को घेरा। उन्होंने मराठा आरक्षण पर बात की। इसके अलावा बीजेपी पर करारा वार किया। उन्होंने कहा, ‘वे कहते हैं कि हम सेक्युलर हो गए हैं।’ उद्धव ने पुराने मंदिरों के जीर्णोद्धार के लिए फंड की घोषणा की। उन्होंने कहा, ‘इससे उन्हें समझ आ जाएगा कि हमने हिंदुत्व को नहीं छोड़ा है।’

उद्धव ने कहा कि यह सरकार प्रचीन और ऐतिहासिक मंदिरों का जीर्णोद्धार कराकर अपनी परंपरा को जीवित रखेगी। उन्होंने कहा कि चरणबद्ध तरीके से यह काम किया जाएगा। उन्होंने विपक्ष से भी ऐसे मंदिरयों की पहचान करने में मदद मांगी है। अक्टूबर के महीने में उद्दव और राज्यपाल कोशियारी के बीच बहस छिड़ गई थी। मंदिरों को खोलने को लेकर राज्यपाल ने तंज कसते हुए कहा था कि क्या उद्धव सेक्युलर हो गए हैं? उद्धव ने इसका जवाब दिया था। उन्होंने कहा था कि उनके हिंदुत्व को लेकर किसी की सर्टिफिकेट देने की जरूरत नहीं है।

उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस को भी अघोषित आपातकाल वाले बयान पर जवाब देते हुए कहा कि राजनीति में अगर आपका कोई चहेता नहीं है तो आप उसके पीछे ईडी को छोड़ देते हैं। बता दें कि ईडी ने शिवसेना विधायक प्रताप सरनायक के ठिकानों पर छापा मारा था। सरनायक ने विशेषाधिकार हनन का मामला टीवी जर्नलिस्ट अर्नब गोस्वामी के खिलाफ दर्ज कराया था।

ठाकरे ने कहा, ‘सरनायक को ईडी ने समन किया। उनके बेटों को ईडी ने समन किया। उनके पोते जो अभी पैदा नहीं हुए हैं, उन्हें भी ईडी समन भेजेगी। वे लोग यह भी कह सकते हैं कि जैसे ही पोता या पोती होती है उसे हमारे सामने पेश किया जाए।’ ठाकरे ने फडणवीस को कहा कि किसानों को संभालने के लिए उन्हें दिल्ली चले जाना चाहिए।

कोविड के बारे में ठाकरे ने कहा, WHO औऱ वॉशिंगटन पोस्ट ने महाराष्ट्र सरकार की प्रशंसा की है। धारावी में कोरोना को कंट्रोल कर लिया गया है। दुख की बात है कि यह बीजेपी को नजर नहीं आता। ठाकरे ने कहा कि ओबीसी कोटा जारी रहेगा। अफवाह उड़ाकर लोग लड़ाने का काम कर रहे हैं।