महाराष्ट्र इस वक्त राजनीति को लेकर देश के केंद्र बिंदु में बना हुआ है। कभी लाउडस्पीकर विवाद को लेकर कभी मातोश्री के बाहर राणा दंपति के हनुमान चालीसा के पाठ को लेकर तो कभी ओवैसी बंधुओं और मनसे प्रमुख राठ ठाकरे के बयान को लेकर, इन तमाम मुद्दों ने महाराष्ट्र में एक अलग तरह की राजनीति को बल दिया है। अब ताजा मामला संजय राउत के साथ नवनीत राणा की फोटो को लेकर सामने आ रहा है। जिस पर मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने शिवसेना सांसद पर तंज कसा है।

इसके बाद संजय राउत ने राज ठाकरे पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवसेना पर कौन सा हमला बोला है राज ठाकरे ने, केंद्र सरकार को पूछिए कि हम राणा दंपत्ति क्यों साथ थे। उन्होंने कहा कि ये केंद्र सरकार का प्राइवेट टूर नहीं था। सेंट्रल कमेटी की एक बैठक के लिए हम लोग गये थे, इतना भी यह लोग नहीं समझते तो राजनीति में नहीं रहना चाहिए।

संजय राउत ने राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए कहा कि पुरानी एमआईएम और नई एमआईएम को बढ़ावा कौन दे रहा है। यह किसी से छिपा नहीं है। यह सभी को पता है। यह हिंदुत्ववादी ओवैसी हैं और वह असली ओवैसी दोनों एक जैसे हैं। संजय राउत ने कहा कि राज ठाकरे का हिंदुत्व से क्या संबंध है। यह कब से हिंदुत्ववादी हो गए। भगवा साल ओढ़ने से कोई हिंदुत्ववादी नहीं बन जाता है।

औरंगजेब की कब्र को लेकर राउत ने कहा कि केंद्र सरकार औरंगजेब की कब्र को तोड़ क्यों नहीं देती। यह पुरातत्व विभाग के अंदर है, जो केंद्र सरकार के अंतर्गत आता है। अगर कोई औरंगजेब की कब्र पर कार सेवा करना चाहता है तो हम उसकी मदद के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार तो दो साल से है, लेकिन कब्र तो पहले से है।

संजय राउत ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे के अयोध्या दौरा निरस्त होने पर कहा कि अयोध्या दौरे को लेकर क्या साजिश है। हम यह जानना चाहते हैं। जब आप की तारीख फाइनल हो गई, पूरी तैयारी हो गई, फिर दौरा क्यों निरस्त हो गया, क्या यह किसी विरोध के चलते हुआ। इस विरोध को ठुकरा देना चाहिए। आप नेता हैं तो नेता जैसा काम भी करो।