दिल्ली के जहांगीरपुरी समेत देश के कई हिस्सों में हनुमान जयंती के मौके पर हिंसा हुई। इस हिंसा में कई लोग घायल हुए। हनुमान जयंती पर हुई हिंसा पर राजनीति भी अब तेज होने लगी है। शिवसेना नेता संजय राउत ने हिंसा को लेकर बीजेपी पर बिना नाम लिए निशाना साधा है। संजय राउत ने कहा कि आने वाले विधानसभा चुनाव में वोट मांगने के लिए यह षड्यंत्र है। बता दें कि हनुमान जयंती पर हुई हिंसा के बाद कई राज्यों की पुलिस अलर्ट मोड पर है।
हनुमान जयंती पर हुई हिंसा पर शिवसेना नेता संजय राउत ने बयान देते हुए कहा कि, “देश का माहौल जानबूझकर चुनाव जीतने के लिए जिस तरह से खराब किया जा रहा है, मुझे लगता है यह देश के लिए ठीक नहीं है। दिल्ली में कल हनुमान जयंती और रामनवमी पर हमला हुआ था इससे पहले यह कभी नहीं हुआ करता था। ये हमले राजनीति से प्रायोजित हैं। आने वाले वक़्त में 4-5 राज्यों में चुनाव होने जा रहे हैं, उसके लिए यह वोट मांगने का पूरा षड्यंत्र है। महाराष्ट्र में भी कल शांति को भंग करने की कोशिश हुई लेकिन हमने यह नहीं होने दिया है और आगे भी नहीं होने देंगे।”
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर को लेकर विवाद चल रहा है। दरअसल राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को चेतावनी दी है कि सरकार मस्जिदों पर से सभी लाउडस्पीकर को हटवाले वरना एमएनएस के लोग मस्जिदों के सामने स्पीकर लगाकर तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाएंगे। राज ठाकरे ने शनिवार को स्वयं पुणे में हनुमान चालीसा का पाठ किया।
वहीं राज ठाकरे के बयानों को शिवसेना बीजेपी की स्क्रिप्ट बताती है। शिवसेना नेता संजय राउत ने एक इंटरव्यू के दौरान राज ठाकरे को महाराष्ट्र का ओवैसी बता दिया, जिसके बाद एमएनएस के कार्यकर्ता भड़क गए और शिवसेना के मुखपत्र सामना के दफ्तर के बाहर एमएनएस के कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया और पोस्टर लगाए। राज ठाकरे के समर्थकों ने संजय राउत को चुप रहने को कहा है नहीं तो मनसे स्टाइल में सबक सिखाने की बात कही है।
बता दें कि शनिवार शाम दिल्ली के जहांगीरपुरा इलाके में हनुमान जयंती के मौके पर बजरंग दल द्वारा निकाली गई शोभायात्रा पर कुछ असामाजिक तत्वों ने पथराव किया, जिसके बाद हिंसा भड़क गई। इस हिंसा में करीब 9 लोग घायल बताए जा रहे हैं। हालांकि हिंसा पर पुलिस ने अपनी सूझबूझ से जल्द ही काबू पा लिया और कोई ज्यादा बड़ी घटना नहीं घटी।