महाराष्ट्र के पुणे में एक पुराने पुल को ठीक उसी प्रकार से गिराया गया, जिस प्रकार से नोएडा के ट्विन टॉवर्स को ब्लास्ट के माध्यम से गिराया गया था। पुणे के जिला कलेक्टर राजेश देशमुख ने बताया कि एडिफिस इंजीनियरिंग ने शनिवार और रविवार की मध्य रात्रि पुणे के अंदर चांदनी चौक इलाके में एक पुराने पुल को ध्वस्त किया। 50 मीटर लंबा पुल 6 सेकेंड के अंदर पूरी तरीके से ध्वस्त हो गया। पुणे चांदनी चौक पुल को शहर के यातायात संकट से निपटने के लिए इसके स्थान पर एक फ्लाईओवर बनाने के लिए ध्वस्त किया गया है।
जिला कलेक्टर ने बताया कि एडिफिस इंजीनियरिंग ने नियंत्रित विस्फोट के माध्यम से पुल को ध्वस्त कर दिया। इसी तकनीक को एडिफिस इंजीनियरिंग ने नोएडा में ट्विन टावर को तोड़ने के लिए भी अपनाया था। इस तकनीक में विस्फोटकों को ‘चार्जिंग’ नामक प्रक्रिया के माध्यम से उनके अंदर फिट किया गया। वहीं जब इसमें विस्फोट किया गया तो पुल अंदर की ओर ही गिर गया, जिससे किसी भी अन्य चीज को नुकसान नहीं पहुंचा।
बता दें कि 28 अगस्त को नोएडा के ट्विन टॉवर्स को ध्वस्त किया गया था और यह बिल्डिंग 100 मीटर से भी अधिक ऊंची थी। इसे 9 सेकंड में ध्वस्त किया गया था और 9 सेकेंड के अंदर पूरी की पूरी बिल्डिंग मलबे में तब्दील हो गई थी। ठीक इसी प्रकार से पुणे के 50 मीटर लंबे पुल को महज 6 सेकंड में ध्वस्त किया गया।
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने कहा कि एडिफिस इंजीनियरिंग की एक टीम ने एनएचएआई अधिकारियों के साथ मिलकर पुल को गिराने का काम किया। नोएडा के ट्विन टावरों में ड्रिल करकर लगभग 9,400 छेदों में 3,500 किलोग्राम से अधिक विस्फोटक भरे गए थे। वहीं पुणे के पुल को ध्वस्त करने के लिए उसमें लगभग 1300 छेदों में 600 किलोग्राम लिक्विड विस्फोटक भरे गए थे।
पुल से करीब 200 मीटर दूर एक पॉइंट से करंट के माध्यम से विस्फोट किया गया। पुणे में पुल को ध्वस्त करने के कार्य को देख रहे एडिफिस इंजीनियरिंग के प्रभारी चिराग चेड्डा ने कहा, “60 कुशल कारीगर जो ड्रिलिंग, मेटल नेट फिटिंग और विस्फोटक स्पॉट को कवर करने के साथ-साथ लगभग 1300 छेदों में चार्जिंग करने का काम कर रहे हैं।”
