महाराष्ट्र में शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को लगातार झटके ही लग रहे हैं। पहले एकनाथ शिंदे ने शिवसेना तोड़कर उद्धव ठाकरे को झटका दिया। वहीं अब शिवसेना के वरिष्ठ नेता और शिवसेना की ओर से नेता प्रतिपक्ष रहे रामदास कदम ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने अपना इस्तीफा उद्धव ठाकरे को भेजा है। रामदास कदम के विधायक बेटे योगेश कदम पहले ही शिंदे कैंप जॉइन कर चुके हैं।
वहीं युवा सेना के सचिव और ठाणे नगर निगम के पूर्व पार्षद पूर्वेश सरनाईक भी सीएम एकनाथ शिंदे के खेमे में शामिल हो गए हैं। उन्होंने सोमवार मध्यरात्रि को सीएम एकनाथ शिंदे के आधिकारिक आवास नंदनवन में आयोजित एक कार्यक्रम में ठाणे जिले के युवा कार्यकर्ताओं के साथ शिंदे कैंप को समर्थन देने की घोषणा की। पूर्वेश सरनाईक विधायक प्रताप सरनाईक के छोटे बेटे हैं और दिसंबर 2020 में तब चर्चा में थे जब उन्हें प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने तलब किया था। हालांकि उन्हें अप्रैल 2021 में बॉम्बे हाईकोर्ट ने अंतरिम राहत दी थी।
जब से एकनाथ शिंदे मुख्यमंत्री बने हैं, तभी से कई शिवसेना नेता और कार्यकर्ता शिंदे गुट को समर्थन दे चुके हैं। इससे साफ़ पता चलता है कि एकनाथ शिंदे के मुख्यमंत्री बनने के बाद उद्धव ठाकरे का खेमा लगातार कमजोर पड़ता हुआ नजर आ रहा है। वहीं शिंदे गुट और मजबूत हो रहा है।
कुछ दिन पहले ठाणे और नवी मुंबई के पार्षदों ने शिंदे गुट को जॉइन कर लिया था। ठाणे में 67 में से 66 पार्षदों ने शिंदे गुट को जॉइन किया था। वहीं शिवसेना सांसदों के दबाव में उद्धव ठाकरे को राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार को समर्थन देना पड़ा। शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सांसदों की मीटिंग बुलाई थी और मीटिंग में ज्यादातर सांसदों ने द्रौपदी मुर्मू को समर्थन करने की अपील की थी।
बता दें कि 21 जून को एकनाथ शिंदे शिवसेना के 20 से अधिक विधायकों के साथ सूरत रवाना हो गए थे और फिर वहां से गुवाहाटी चले गए थे। बाद में उनके साथ शिवसेना के 39 विधायक हो गए और फिर उन्होंने बीजेपी के साथ मिलकर सरकार बना ली और मुख्यमंत्री बन गए।