Maharashtra Political News: महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी सरकार जाने के बाद भाजपा और शिवसेना में जुबानी जंग तेज हो गई है। इस बीच शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा है कि मोदी युग अब खत्म हो गया है, ऐसे में भाजपा बालासाहब ठाकरे के नाम पर मराठी वोट पाना चाहती है। उन्होंने यह टिप्पणी महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के एक बयान पर की।
क्या कहा था फडणवीस ने:
महाराष्ट्र के मौजूदा डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव के बयान से एक दिन पहले कहा था कि एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना (शिंदे गुट) और भाजपा गठबंधन सरकार पर बाला साहेब के सपने को पूरा करने की जिम्मेदारी है। फडणवीस ने कहा था कि बाला साहेब के विचारों का पालन करने वाली असली शिवसेना का नेतृत्व एकनाथ शिंदे के हाथ में है।
उन्होंने कहा कि जो लोग बाला साहेब के नाम पर सत्ता में आए थे, उन्होंने आम मुंबईकर की समस्याओं की अनदेखी कर बालासाहेब के सपनों को बुरी तरह कुचलने का काम किया है।
उद्धव ठाकरे का बयान:
उद्धव ठाकरे ने कहा कि इस बात को फडणवीस ने भी स्वीकार कर लिया है कि मोदी युग अब खत्म हो गया है। उद्धव ने कहा कि भाजपा हर बार यही करती है। उसकी नीति रही है कि हर बार एक नए चेहरे पर लोगों से वोट मांगना। लेकिन मुंबई के आगामी निकाय चुनाव में लोग भाजपा को करारा जवाब देने वाले हैं।
द इंडियन एक्सप्रेस की एक खबर के मुताबिक भाजपा पदाधिकारियों का मानना है कि पार्टी आलाकमान ने राज्य के नेताओं के साथ मिलकर आगामी बीएमसी चुनावों में शिवसेना को कड़ी टक्कर देने और बीएमसी में 134 से अधिक वार्ड जीतने का खाका तैयार किया है। बता दें कि बीएमसी देश की सबसे ज्यादा बजट वाली नगर पालिका है। इसका कुल बजट 46 हजार करोड़ रुपए का है। इस साल बीएमसी के बजट में 17 फीसदी से अधिक की वृद्धि हुई है।
वहीं बीएमसी (बृहन्मुंबई नगर निगम) पर तीन दशकों से शिवसेना का कब्जा रहा है। ऐसे में उसे मात देने के लिए भाजपा ने शिंदे गुट से हाथ मिलाया है। 1996 तक बीएमसी में शिवसेना ने अपना गढ़ बना लिया था। वहीं 2017 में बीएमसी में शिवसेना ने 84 और बीजेपी ने 82 सीटों पर जीत दर्ज की थी। दोनों ने एक-दूसरे को कांटे की टक्कर दी थी। अब 2022 में होने वाले नगर निकाय चुनाव में मराठी वोटों को अपने पाले में करने की जुगत में शिवसेना और भाजपा लगी हुई है।