महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बीच सीएम उद्धव ठाकरे ने बागी विधायकों से गुवाहाटी से महाराष्ट्र वापस लौट आने की भावुक अपील की है। वहीं दूसरी तरफ देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली में बीजेपी के बड़े नेताओं से मुलाकात करने के बाद सीधे राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुकालात की। उनके साथ बीजेपी के कई और विधायक भी थे।
मुलाकात के दौरान फडणवीस ने फ्लोर टेस्ट कराने की मांग गवर्नर के सामने रखी। हालांकि इसी दौरान कुछ न्यूज चैनलों के साथ सोशल मीडिया पर एक चिट्ठी वायरल हुई, जिसमें 30 जून को सुबह 11 बजे फ्लोर टेस्ट कराने की बात गवर्नर की तरफ से कही गई थी। लेकिन गवर्नर हाउस ने ऐसी चिट्ठी जारी करने से इन्कार कर दिया।
वहीं आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि शिंदे गुट के 15 से 16 विधायक उनके संपर्क में है और मुंबई वापस आना चाहते हैं। इसके जवाब में शिंदे गुट की तरफ से जारी एक बयान में कहा गया कि आदित्य ठाकरे बागी विधायकों के नाम बताएं, उन्हें वापस मुंबई भेज दिया जाएगा। इस बीच बीजेपी ने अपने विधायकों को मुंबई ना छोड़ने के लिए कहा है। गौरतलब है कि संजय राउत ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र में चल रहे सियासी खेल के पीछे बीजेपी है।
शिंदे गुट को अदालत में राहत मिलने के बाद बढ़ी शिवसेना की परेशानी: गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट से शिंदे गुट को राहत मिलने के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना को अपने विधायक संभालने में और ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने स्पीकर सहित सभी पक्षकारों को नोटिस जारी किया। जिसमें 5 दिन के भीतर सभी को हलफनामा दाखिल करने के लिए कहा है। इस मामले में अब 11 जुलाई को अगली सुनवाई होगी। तब तक यथास्थिति बहाल रहेगी।
नई सरकार बनाने पर जोर: सुप्रीम कोर्ट से शिंदे गुट को राहत मिलने के बाद बीजेपी हरकत में आ गई है। देवेंद्र फडणवीस के घर सागर पर बीजेपी के तमाम दिग्गज जुट गए हैं। मौजूदा हालात पर मंथन चल रहा है। पूरा जोर सूबे में नई सरकार बनाने को लेकर है। सूत्रों के मुताबिक महाराष्ट्र भाजपा प्रमुख चंद्रकांत पाटिल और अन्य भाजपा नेता मुंबई में एलओपी देवेंद्र फडणवीस के आवास पर बैठक कर चुके हैं।
महाराष्ट्र में सियासी ड्रामे के बीच ED की एंट्री: प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना सांसद संजय राउत को 28 जून को पूछताछ के लिए बुलाया था। जानकारी के मुताबिक संजय राउत को यह समन पात्रा चावल लैंड स्कैम के मामले में मिला है। नोटिस को लेकर राउत के पेश नहीं होने पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दूसरा समन भेजते हुए उन्हें 1 जुलाई को पूछताछ के लिए पेश होने के लिए कहा है। वहीं 28 जून की नोटिस के जवाब में शिवसेना सांसद ने सात जुलाई तक का समय मांगा था।
Maharashtra Political Crisis: महाराष्ट्र में सियासी ड्रामे के बीच आदित्य ठाकरे ने दावा किया है कि 15 से 16 विधायक उनके संपर्क में है और मुंबई वापस आना चाहते हैं। इसके जवाब में शिंदे गुट ने कहा है कि बागी विधायकों के नाम बताएं, उन्हें वापस मुंबई भेज दिया जाएगा।
बीजेपी ने फ्लोर टेस्ट की तैयारी शुरू की
बीजेपी ने फ्लोर टेस्ट की तैयारी शुरू की। विधायकों को मुम्बई आने का दिया आदेश। बीजेपी के मुताबिक उनके पास विधायकों की संख्या 129 तक होगी जिंसमें बीजेपी के 106 विधायक और बाकी छोटे दल और निर्देलीय विधायकों का समर्थन होगा। बीजेपी कोर कमिटी की बैठक सागर बंगले पर शुरू। देवेंद्र फडणवीस और अन्य प्रमुख नेता आगे की रणनीति पर चर्चा कर रहे हैं।
राउत बोले- मन से जिंदा नहीं हैं बागी विधायक
इस बीच, शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा कि गुवाहाटी में बैठे 40 बागी विधायक जिंदा लाश की तरह हैं। वे वहां छटपटा रहे हैं। ये 40 लोग जब मुंबई आएंगे तब वे मन से जिंदा नहीं होंगे, उनकी आत्मा वहीं रह जाएगी।
असमः गुवाहाटी में बागी विधायकों के होटल से कुछ दूरी पर लगा एक पोस्टर चर्चा का विषय बना हुआ है। इसमें एकनाथ शिंदे के साथ बाला साहेब ठाकरे की फोटो भी है। पोस्टर में लिखा है कि गर्व से कहो कि हम हिंदू हैं। सोशल मीडिय़ा में इसे लेकर तरह तरह के कमेंट आ रहे हैं।
महाराष्ट्र के सियासी संकट में एक तरफ उद्धव और शिंदे गुट के बीच तलवारें खिंची हुई हैं वहीं राकांपा के दो नेता कोरोना पॉजिटिव होकर घर में ही क्वारंटीन हो गए हैं। डिप्टी सीएम अजित पवार के साथ छगन भुजबल में कोरोना के लक्षण मिले हैं। दोनों ने ट्वीट कर इसकी जानकारी दी।
कांग्रेस नेता सचिन पायलट का कहना है कि शिवसेना, NCP और कांग्रेस का गठबंधन कायम है। हमारी गठबंधन की सरकार ने अच्छा काम किया है। मुझे उम्मीद है कि हमारी सरकार का 5 साल का कार्यकाल पूरा होगा। यह शिवसेना का आंतरिक मामला है। शिवसेना इसे अपने आप सुलझा लेगी।
महाराष्ट्र में मौजूदा राजनीतिक स्थिति और संजय राउत को ED द्वारा समन किए जाने' पर महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे का कहना है कि ये राजनीति नहीं है, ये अब सर्कस बन गया है। राउत का कहना है कि अगर घर में नोटिस आई होगी तो मैं देख लूंगा। जिस तरह की राजनीतिक हलचल महाराष्ट्र और देश में चल रही है, मुझे अंदेशा था कि मुझे और शिवसेना को रोकने के लिए महाराष्ट्र के खिलाफ कुछ लोग एक साथ आएंगे और मुझे और मेरे साथी को तकलीफ देंगे।
शिवसेना के बागी विधायक दीपक केसरकर का कहना है कि शरद पवार के इशारे पर संजय राउत पार्टी खत्म करने की कोशिश कर रहे हैं। NCP नेता संजय राउत के कंधे से बंदूक चलाएंगे। लेकिन हम समाप्त नहीं होंगे। हम रुकेंगे नहीं और जब तक हम महाराष्ट्र को नई ऊंचाइयों पर नहीं ले जाएंगे, तब तक पीछे नहीं हटेंगे।
संजय राउत ने कहा कि उन्होंने कल कहा था कि जितने भी लोग गुवाहाटी में हैं उनकी आत्मा मर गई है और जिनकी आत्मा मर जाती है उनका सिर्फ शरीर रह जाता है, उसका कोई फायदा नहीं होता है। ऐसे शरीर का यहां आने से क्या होगा, उनका तो सिर्फ पोस्टमार्टम होता है। लोग उनके विचारों का पोस्टमार्टम करते हैं।
शिवसेना के बागी विधायकों और फ्लोर टेस्ट के सवाल पर महाराष्ट्र के मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि सबसे बड़ा टेस्ट यही है कि जो खुद को बागी कह रहे हैं अगर बगावत करनी होती तो यहां करते। इस्तीफा देते और सामने चुनाव के लिए खड़े रहते।
सीएमओ ने जानकारी देते हुए बताया, “महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने मंत्रियों के विभागों में फेरबदल किया ताकि जनहित के मुद्दों की उपेक्षा या अनदेखी न हो। एकनाथ शिंदे के शहरी विकास, लोक निर्माण विभाग (सार्वजनिक उपक्रम) सुभाष देसाई को सौंपा गया। गुलाबराव पाटिल का जलापूर्ति एवं स्वच्छता विभाग अनिल परब को दिया गया। उदय सामंत के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग को आदित्य ठाकरे को सौंपा गया।”
एकनाथ शिंदे की ओर से वरिष्ठ वकील नीरज किशन कौल पेश हुए। सुप्रीम कोर्ट ने पूछा कि आप लोग पहले हाईकोर्ट क्यों नहीं गए? जवाब में शिंदे के वकील ने कहा, “शिंदे और अन्य विधायकों ने हाई कोर्ट से संपर्क नहीं किया क्योंकि विधायक दल का एक अल्पसंख्यक गुट राज्य मशीनरी को तोड़ रहा है। हमारे घरों पर हमला कर रहा है। वे कह रहे हैं कि हमारे शव असम से लौटेंगे। मुंबई में अपने अधिकारों का प्रयोग करने के लिए माहौल हमारे अनुकूल नहीं है। विधायकों को धमकी दी गई है और कहा गया है कि 40 विधायकों के शव वापस आएंगे।”
ईडी का समन मिलने के बाद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा है, “मुझे अभी पता चला है कि ईडी ने मुझे तलब किया है। अच्छा है! महाराष्ट्र में बड़े राजनीतिक घटनाक्रम हैं। हम बालासाहेब के शिवसैनिक एक बड़ी लड़ाई लड़ रहे हैं। यह मुझे रोकने की साजिश है। भले ही आप मुझे मार दें, लेकिन मैं गुवाहाटी मार्ग नहीं अपनाऊंगा। मुझे गिरफ्तार करो।”
शिवसेना सांसद और एकनाथ शिंदे के बेटे ने ठाणे में कहा, “यह बगावत नहीं बल्कि महाराष्ट्र की जनता क्या चाहती है। 'गुवाहाटी से शव लाने' से उनका (संजय राउत) क्या मतलब है? यह महाराष्ट्र की संस्कृति नहीं है। उन्हें दूसरे लोगों को धमकाना चाहिए लेकिन हमें नहीं। सभी को आत्ममंथन करने की जरूरत है कि इतने विधायक एकनाथ शिंदे के साथ क्यों गए।”
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे के समर्थक ठाणे में उनके आवास के बाहर जमा हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट आज महाराष्ट्र के बागी विधायकों के खिलाफ डिप्टी स्पीकर द्वारा जारी अयोग्यता नोटिस के खिलाफ एकनाथ शिंदे की याचिका पर सुनवाई करेगा।
शिवसेना के नवनियुक्त विधायक दल के नेता अजय चौधरी विधान भवन पहुंचे। सुप्रीम कोर्ट में एकनाथ शिंदे की जगह अजय चौधरी को शिवसेना का विधायक दल का नेता नियुक्त करने के खिलाफ दायर याचिका पर आज सुनवाई होगी।
महाराष्ट्र में सियासी संकट के बीच प्रवर्तन निदेशालय ने शिवसेना सांसद संजय राउत को नोटिस दिया है। पात्रा चावल लैंड स्कैम के मामले में संजय राउत को ईडी ने समन भेजा है। संजय राउत को 28 जून को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
एकनाथ शिंदे गुट ने महा विकास आघाडी सरकार से अपना समर्थन वापस ले लिया है। एकनाथ शिंदे ने सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर जानकारी दी है। अर्जी में कहा गया है, “महाविकास अघाड़ी (एमवीए) गठबंधन ने सदन में बहुमत खो दिया है क्योंकि शिवसेना विधायक दल के 38 सदस्यों ने अपना समर्थन वापस ले लिया है और इस तरह सदन में सरकार के बहुमत का आंकड़ा नीचे आ गया है।”
शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने अपने समर्थक विधायक का वीडियो शेयर किया है, जिसमें उन्होंने छगन भुजबल पर निशाना साधा है। बागी विधायक सुभाष सबने ने वीडियो में कहा है, “शिवसेना प्रमुख बालासाहेब ठाकरे को गिरफ्तार करने वाले छगन भुजबल के साथ कैबिनेट में बैठने के दौरान क्या आपको कोई दर्द नहीं होता?”
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के अनुसार जानकारी दी है कि शिवसेना के बागी नेता एकनाथ शिंदे ने आगे की रणनीति पर चर्चा के लिए दोपहर 2 बजे गुवाहाटी के होटल में विधायकों की बैठक बुलाई है।
शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे से दो बार फोन पर बात की। शिंदे ने राज ठाकरे से महाराष्ट्र की हालिया राजनीतिक स्थिति के बारे में बात की और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली। मनसे के एक नेता ने न्यूज एजेंसी एएनआई से इसकी पुष्टि की है।
सुप्रीम कोर्ट से शिंदे गुट को राहत मिलने के बाद महाराष्ट्र में शिवसेना को अपने विधायक संभालने में और ज्यादा मशक्कत करनी पड़ रही है। एक और विधायक राहुल पाटिल दो दिनों से लापता हैं। पुलिस उन्हें तलाश कर रही है। वहीं दूसरी तरफ शिंदे गुट की बगावत के मद्देनजर बीजेपी भी हरकत में आ गई है। महाराष्ट्र के पूर्व सीएम देवेंद्र फडणवीस के घर बैठकों का दौर चल रहा है।
