महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने बुधवार को घोषणा की कि अहमदनगर जिले का नाम बदलकर अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर रखा जाएगा। सीएम शिंदे ने 18वीं सदी की इंदौर की शासक अहिल्याबाई की 298वीं जयंती के मौके पर चौंदी में उनके जन्म स्थान पर आयोजित एक कार्यक्रम में यह घोषणा की। इससे पहले, महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने बुधवार को कहा कि वह मुख्यमंत्री शिंदे से अहमदनगर शहर का नाम बदलकर अहिल्यानगर करने का अनुरोध करेंगे।

देवेंद्र फडणवीस ने भी अहमदनगर जिले का नाम बदलने की इच्छा जताई

अहिल्याबाई होल्कर, मालवा राज्य की रानी थीं और उनका जन्मस्थान अहमदनगर रहा है। सीएम शिंदे ने अपने भाषण में कहा, ‘‘हमारी सरकार छत्रपति शिवाजी महाराज और अहिल्यादेवी होल्कर द्वारा तय शासन के आदर्शों को ध्यान में रखते हुए काम करती है। ऐसे में आप सभी की इच्छा के अनुसार, हमने जिले का नाम बदलकर अहिल्यादेवी होल्कर के नाम पर रखने का फैसला किया है।’’

इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के साथ डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस भी मौजूद थे। सभा को संबोधित करते हुए देवेंद्र फडणवीस ने अहमदनगर जिले का नाम अहिल्यादेवी होल्कर नगर करने की इच्छा जताई।

अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर

वहीं, उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा, ‘‘अगर राजमाता अहिल्यादेवी होल्कर नहीं रही होतीं तो काशी नहीं बचा होता। अगर वह नहीं होती तो हमारे पास भगवान शिव के मंदिर नहीं होते इसलिए लोग अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्यानगर करना चाहते हैं। मैं भी मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे से यह अनुरोध करने जा रहा हूं।’’

उपमुख्यमंत्री ने भारतीय जनता पार्टी और शिंदे गुट वाली शिवसेना के सत्तारूढ़ गठबंधन को हिंदुत्व की सरकार बताया। उन्होंने कहा, ‘‘हम छत्रपति शिवाजी महाराज का नाम जपने वाले लोग हैं। हमने सीएम शिंदे के नेतृत्व में संभाजीनगर नाम रखा, हमने धाराशिव नाम रखा। मुझे विश्वास है कि मुख्यमंत्री छत्रपति शिवाजी महाराज के सैनिक हैं और इसलिए अहमदनगर का नाम बदलकर अहिल्यानगर किया जाएगा।”

अहिल्याबाई के नाम पर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में दो विश्वविद्यालयों का नाम

इससे पहले महाराष्ट्र सरकार ने वर्सोवा सी लिंक का नाम बदलकर वीर सावरकर के नाम पर वीर सावरकर सेतु किया था। वहीं, मध्य प्रदेश के इंदौर एयर पोर्ट का नाम देवी अहिल्याबाई होल्कर हवाईअड्डा पहले ही किया जा चुका है। अहिल्याबाई के नाम पर मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में दो विश्वविद्यालयों का नाम भी रखा गया है। इसके साथ ही देश की कई प्रमुख सड़कों और इमारतों का नाम भी अहिल्याबाई होल्कर के नाम पर है।

कौन थीं महारानी अहिल्याबाई होल्कर?

महाराष्ट्र के अहमदनगर जिले में साल 1725 को पैदा हुई अहिल्याबाई होल्कर मालवा राज्य (1767 से उनकी मृत्यु तक) की रानी थीं। साल 1733 में उनकी शादी खंडेराव के साथ कर दी गई थी। साल 1754 में खंडेराव युद्ध के दौरान वीरगति को प्राप्त हुए थे जिसके बाद अहिल्यादेवी को होल्कर साम्राज्य की कमान सौंप दी गई। अहिल्याबाई होलकर को भारत के इतिहास की सर्वश्रेष्ठ रानियों में से एक माना जाता है।