शिवसेना पर दावे की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट में चल रही है। लेकिन शिंदे गुट एक नए शिवसेना भवन की तलाश कर रहा है। यह भवन शिंदे गुट का पार्टी कार्यालय होगा। वहीं दावा किया जा रहा है कि शिंदे खेमा शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के बराबर एक अलग शिवसेना (शिंदे गुट) चलाएगा। शिवसेना भवन के अलावा शिंदे गुट हर जगह नई शाखाएं और स्थानीय पार्टी कार्यालय खोलने की योजना भी बना रहा है।

समाचार चैनल एनडीटीवी ने सूत्रों के हवाले से जानकारी देते हुए बताया कि नए भवन के लिए अभी कोई स्थान तय नहीं किया गया है, लेकिन वे मुंबई के दादर में मौजूदा शिवसेना भवन के पास ही कोई जगह की तलाश कर रहे हैं। वहीं महाराष्ट्र सरकार में मंत्री और शिंदे गुट के विधायक उदय सामंत ने एक समानांतर सेना भवन की अटकलों को खारिज करते हुए इसे एक गलत धारणा बताया।

उदय सामंत ने ट्वीट कर जानकारी देते हुए बताया, “एक गलत धारणा है कि दादर में एक समानांतर शिवसेना भवन बनाया जा रहा है। हालांकि हम एक केंद्रीय कार्यालय खोजने की कोशिश कर रहे हैं ताकि सीएम एकनाथ शिंदे आम लोगों से मिल सकें। हम शिवसेना भवन का सम्मान करते हैं और वह सम्मान बना रहेगा।” बता दें कि महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले समूह पर पार्टी के संस्थापक बाल ठाकरे के आदर्शों से भटकने का आरोप लगाते हैं और अपने गुट को “असली शिवसेना” और बालासाहेब ठाकरे की विचारधारा का अनुयायी बताते हैं।

बता दें कि कुछ दिन पहले ही एकनाथ शिंदे ने अपने मंत्रिमंडल का विस्तार किया है। शिंदे गुट के 9 और बीजेपी के 9 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली है। हालांकि पूरी कैबिनेट में एक भी महिला मंत्री नहीं है। इसलिए शिंदे सरकार को आलोचना का सामना करना पड़ रहा है।

एकनाथ शिंदे ने शिवसेना के 39 अन्य विधायकों के साथ जून में पार्टी नेतृत्व के खिलाफ विद्रोह किया था, जिससे उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली महा विकास अघाड़ी (एमवीए) सरकार गिर गई थी। एमवीए में शिवसेना, कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शामिल थी। शिंदे गुट ने कहा कि था कि उद्धव ठाकरे ने बाला साहेब की विचारधारा के साथ समझौता किया है।