महाराष्ट्र में इस वक्त राजनीतिक उथल-पुथल चल रही है। शिवसेना से बड़ी संख्या में विधायक टूटकर पार्टी के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे गुट के साथ चले गए हैं, जिसके कारण राज्य में महा विकास आघाड़ी सरकार के जाने का खतरा मंडरा रहा है। इसी को लेकर शिवसेना की मुस्लिम शाखा ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के लिए कुरान ख्वानी रखवाई और उनकी सरकार के पूरे पांच साल चलने के लिए दुआ की।
इस मौके पर कुरान ख्वानी रखने वाले शिवसेना नेता ने कहा कि पार्टी में बगावत के चलते उद्धव ठाकरे सरकार की सलामती के लिए इसे रखवाया गया था। हमारा मकसद इसके जरिए उद्धव सरकार के लिए दुआ मांगना था कि उनकी सरकार अपने 5 साल पूरे करें और जितने भी विधायकों ने बगावत की है वे सभी पार्टी में वापस लौट आएं और उद्धव सरकार का सपोर्ट करे।
21 जून को हुई पार्टी में बगावत: महाराष्ट्र में इस सियासी घमासान की शुरुआत 21 जून की रात को हुई थी, जब मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी माने जाने वाले शिवसेना के वरिष्ठ नेता एकनाथ शिंदे के साथ कई विधायक सूरत के एक होटल में चले गए थे। बाद में उन्हें गुवाहाटी शिफ्ट किया गया था। फिलहाल बाकी सभी विधायक गुवाहाटी के पांच सितारा होटल रेडिसन ब्लू में रुके हुए हैं। शिंदे गुट का दावा है कि मौजूदा समय में शिवसेना और निर्दलीय को मिलाकर कुल 42 से ज्यादा विधायक उनका समर्थन कर रहे हैं।
वहीं, खबरें यह भी है कि सियासी संकट के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की पत्नी रश्मि ठाकरे ने बागी विधायकों को मनाने का मोर्चा संभाल लिया है। रश्मि ठाकरे बागी विधायकों की पत्नियों से संपर्क करने की कोशिश कर रही हैं और उन्हें लगातार मैसेज किए जा रहे हैं।
इससे पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल शिवसेना की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक बुलाई थी। इस बैठक में कुल 6 प्रस्तावों को पारित किया गया है। इस बैठक में मुख्यमंत्री उद्धव ने चुनाव आयोग से अपील की है कि किसी अन्य राजनैतिक संगठन या गुट को शिवसेना और इसके संस्थापक दिवंगत बालासाहेब ठाकरे का नाम उपयोग करने से तुरंत रोका जाए।