महाराष्ट्र में ‘योगी मॉडल’ लागू हो गया है। राज्य के पूर्व कैबिनेट मंत्री असलम शेख (former Maharashtra cabinet minister Aslam Shaikh) के खिलाफ एक बड़ी कार्रवाई में बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) ने शुक्रवार (7 अप्रैल) को मुंबई के मध-मारवे (Madh-Marve area of ​​Mumbai) इलाके उनके ‘अवैध रूप से निर्मित’ फिल्म स्टूडियो को ध्वस्त कर दिया।

एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली महाराष्ट्र सरकार (Eknath Shinde-led Maharashtra government) के आदेश के बाद बीएमसी ने बुलडोजर कार्रवाई शुरू की थी। सूत्रों के मुताबिक आदिपुरुष और राम सेतु जैसी फिल्मों की शूटिंग भी इसी स्टूडियो में हुई थी और इसकी कीमत करीब 1000 करोड़ रुपये है।

भाजपा नेता किरीट सोमैया (BJP leader Kirit Somaiya) ने महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्रालय को एक शिकायत दर्ज कराने के बाद यह दावा किया कि असलम शेख और उनके सहयोगियों द्वारा संचालित स्टूडियो मध-मारवे में अवैध रूप से बनाए गए हैं। इसके बाद महाराष्ट्र के पर्यावरण मंत्रालय ने बीएमसी और जिला मजिस्ट्रेट को स्टूडियो के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आदेश दिया था।

सुबह विध्वंस स्थल पर मौजूद बीजेपी नेता किरीट सोमैया ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के नेतृत्व में ‘नो डेवलपमेंट जोन’ के तहत स्टूडियो बनाए गए थे। बीएमसी कमिश्नर इकबाल चहल अवैध स्टूडियो के बारे में बहुत पहले से जानते थे लेकिन कार्रवाई नहीं की। हमने अदालत का दरवाजा खटखटाया जिसने बीएमसी से सवाल किया कि अवैध निर्माण की अनुमति कैसे दी गई। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से अनुरोध किया और इसकी जांच का आदेश दिया।”

किरीट सोमैया ने कहा, “नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (NGT) ने स्टूडियो को ध्वस्त करने का निर्देश दिया है। ये स्टूडियो उद्धव ठाकरे सरकार के भ्रष्टाचार के प्रतीक हैं जिन्हें ध्वस्त किया जा रहा है।”

किरीट सोमैया ने कहा कि स्टूडियो का निर्माण करते हुए नियमों का उल्लंघन किया गया। उन्होंने कहा कि पिछले साल अगस्त में BMC के अधिकारियों ने इस अवैध निर्माण का मुआयना किया था, जिसके बाद 3 बंगलों पर हथौड़ा भी चला था लेकिन बाकी अवैध निर्माण पर आज कार्रवाई की जा रही है। बीजेपी नेता ने आरोप लगाया कि आदित्य ठाकरे और असलम शेख जब मंत्री थे, तो स्टूडियो के मालिकों ने इन दोनों मंत्रियों को कमीशन दिया।