महाराष्ट्र के जलगांव जिले में पुलिस ने एक गद्दा बनाने वाली फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। दरअसल गद्दा बनाने वाली फैक्ट्री में , गद्दे में कपास या दूसरी चीजों की जगह इस्तेमाल हो चुके मास्क भरे जा रहे थे। पुलिस ने फैक्ट्री के मालिक के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पुलिस ने फैक्ट्री परिसर में मास्क के ढेर भी बरामद किए हैं।

राजधानी मुंबई से लगभग 400 किलोमीटर दूर जलगाँव में महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम (MIDC) के पुलिस स्टेशन के अधिकारियों को कथित तौर पर रैकेट की जानकारी मिली जिसके बाद पुलिस ने छापा मारा। अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवली ने कहा, “जब अधिकारियों ने कुसुम्बा गांव में कारखाने का दौरा किया, तो उन्हें एक गद्दा मिला, जिसमें इस्तेमाल हो चुके मास्क भरे हुए थे।” पुलिस ने बताया, “फैक्ट्री मालिक, अमजद अहमद मंसूरी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। पुलिस अब इस रैकेट में अन्य लोगों की संलिप्तता की जांच कर रही है।”

पुलिस ने नियमों के मुताबिक परिसर के चारों ओर पड़े हुए मास्क के ढेर में आग लगा दी। मालूम हो कि भारत में मास्क का उत्पादन मार्च 2020 से अब तक हर दिन 1.5 करोड़ यूनिट की क्षमता से बढ़ा है। महामारी ने भारत के वेस्ट मैनेजमेंट सिस्टम पर बोझ बढ़ा दिया है।

सेंट्रल पॉल्यूशन कंट्रोल बोर्ड के आंकड़ों के मुताबिक, जून और सितंबर 2020 के बीच 18,000 टन से अधिक कोविड -19 संबंधित बायो मैडिकल वेस्ट पैदा हुआ, जिसमें दस्ताने और फेस मास्क शामिल हैं।

भारत इस समय महामारी की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। कल संक्रमण के 1.68 लाख नए मामले सामने आए हैं। अकेले महाराष्ट्र में 349 मौतों के साथ 63,294 मामले दर्ज किए गए। आज लगातार छठे दिन भारत में एक लाख से अधिक मामले दर्ज किए गए।

इस बीच कोरोना वैक्सीन के मोर्चे पर भारत के लिए अच्छी खबर है। रूस की Sputnik V को केंद्र ने मंजूरी दे दी है।देश में कोरोना वायरस के मामलों में रिकॉर्ड बढ़ोतरी के बीच रूस की कोविड वैक्सीन Sputnik V को विशेषज्ञों की एक समिति द्वारा भारत में आपातकालीन इस्तेमाल के लिए मंजूरी दे दी गई है।