Maharashtra: महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले के एक जंगल में 50 साल की महिला लोहे की जंजीर से पेड़ से बंधी मिली। वह अमेरिकी महिला एक दशक पहले योग और ध्यान सीखने के लिए भारत में आई थी। इस बात की जानकारी मंगलवार को पुलिस ने दी। वरिष्ठ अधिकारियों के मुताबिक, जब वह तमिलनाडु में योग सीख रही थी तो उसकी मुलाकात एक शख्स से हुई और उसने उससे शादी कर ली और वहीं बस गई।
हालांकि, दोनों के बीच में मतभेद हो गया और पिछले कुछ महीनों से ललिता कायी नाम की महिला गोवा में रह रही थीं। यह उस जंगल से लगभग 30 किलोमीटर दूर है, जहां पर उसे बांधकर रखा गया था। मंगलवार को महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग पुलिस ने कहा कि कायी के पूर्व पति के खिलाफ हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। महिला के बैग में मिले एक नोट के आधार पर मामला दर्ज किया गया था। इसमें उसने लिखा था कि मेरा पूर्व पति।
पुलिस के मुताबिक, उस नोट पर लिखा कि मानसिक दबाव को बढ़ाने के लिए इंजेक्शन दिया जाता था और इसकी वजह से जबड़ा बुरी तरह बंद हो जाता था और पानी पीने में भी बहुत दिक्कत होती है। जंगल में 40 दिन बिना खाने के पति ने मुझे जंगल में बांध दिया और कहा कि मैं वहीं पर मर जाऊंगी। हालांकि, बांदा पुलिस ने कहा कि ऐसा लगता नहीं है कि महिला 40 दिनों तक जंगल में एक पेड़ से बंधी हुई थी और जिंदा रह सकती थी।
पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
सिंधुदुर्ग के एसपी सौरभ अग्रवाल ने कहा कि हमने मामले का संज्ञान लेते हुए एफआईआर दर्ज कर ली है। वह अभी किसी से भी बात करने की हालत में नहीं है। हम उसके बारे में ज्यादा जानकारी इकट्ठा करने कोशिश कर रहे हैं। पुलिस ने बताया कि वह खतरे से बाहर है, लेकिन डॉक्टरों ने बताया कि वह मानसिक तौर पर काफी पीड़ित है। पुलिस को उसके पास से एक मेडिकल पर्चा भी मिला है। सिंधुदुर्ग पुलिस की टीमें उसके बारे में ज्यादा जानकारी हासिल करने के लिए गोवा और तमिलनाडु में फैल गईं । पुलिस ने अमेरिकी दूतावास से भी संपर्क किया क्योंकि उन्हें उसके पास से तमिलनाडु के पते के साथ उसके नाम से एक आधार कार्ड के अलावा अमेरिकी पासपोर्ट की एक फोटोकॉपी मिली थी।
10 सालों से भारत में रह रही थी महिला
ललिता कायी नाम की महिला 27 जुलाई को मुंबई से 450 किलोमीटर दूर सावंतवाड़ी के सोनुरली गांव में मिली थी। एक चरवाहे ने उसकी पुकार सुनी और मामले की तुरंत पुलिस को जानकारी दी। उसी चरवाहे ने महिला के पैर में बंधी जंजीरों को तोड़ा था और उसकी जान बचाई थी। शुरुआती जांच में ऐसा लगता है कि महिला सिजोफ्रेनिया से पीड़ित है और फिलहाल गोवा के एक अस्पताल में भर्ती है। महिला को पहले सावंतवाड़ी अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे दूसरे अस्पताल में रेफर किया गया है। पुलिस ने यह भी बताया कि वीजा की टाइमिंग अब खत्म हो चुकी है और वह 10 सालों से भारत में रह रही थी।