महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच शिवसेना नेता किशोर तिवारी ने कहा कि हम सत्ता खो देंगे, लेकिन एकनाथ शिंदे को नहीं खोना चाहते।उन्होंने कहा कि ये पूरा बखेड़ा ईडी की वजह से है। एकनाथ शिंदे जमीन के नेता हैं, वो पाक-साफ है। जिन से हमने समझौता किया है। उनसे हम दूर नहीं हो सकते। बीजेपी एकनाथ शिंदे के कंधे पर बंदूक रख कर कह रही है कि बीजेपी की सरकार लाओ, बीजेपी की सरकार लाओ। बागियों ने गवर्नर को एक पत्र लिखा है।
किशोर तिवारी ने कहा कि सत्ता चलते वक्त प्रशासन में कुछ तकलीफें हुईं। जिसको लेकर वो नाराज हैं। विधायक भी नाराज हैं। वो चीजें बहुत बुनियादी हैं। उन्होंने कहा कि देवेंद्र फडणवीस को क्यों सीएम बनना चाहते हैं। एकनाथ शिंदे खुद सीएम बनें, उद्धव ठाकरे सीएम पद छोड़ देंगे। वहीं शिवसेना नेता एकनाथ शिंदे के समर्थन में ठाणे में पोस्टर लगाए गए।
पार्टी द्वारा व्हिप जारी किए जाने के कुछ देर बाद ही गुवाहाटी में मौजूद शिवसेना के बागी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुन लिया है। 34 बागी विधायकों ने प्रस्ताव पास कर एकनाथ शिंदे को अपना नेता मान लिया है। इन विधायकों ने शिंदे को समर्थन देने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किया है और इसकी कॉपी गवर्नर, डिप्टी स्पीकर और विधानसभा सचिव को भी भेज दी है।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि यह जो भी चल रहा है वह शिवसेना का अंदरूनी मामला है, उससे भाजपा का कुछ लेना-देना नहीं है। हम सरकार बनाने का कोई दावा नहीं कर रहे हैं, हम बस इंतज़ार करेंगे। हमारी बात एकनाथ शिंदे से नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि हम पहले से बोल रहे हैं कि हम सरकार गिराने की कोशिश नहीं करेंगे। यह सरकार अपने आप गिरेगी।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर एकनाथ शिंदे आकर बोल दें तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। सब लोगों (MLA) ने मेरा समर्थन किया लेकिन अपने ही लोगों (MLA) ने समर्थन नहीं किया। अगर मेरे खिलाफ एक भी वोट विरोध में जाता है तो में मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार हूं।
महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर कांग्रेस नेता के.सी वेणुगोपाल ने कहा कि यह शिवसेना का मामला है और वे इसे हल करेंगे। भाजपा पैसे, केंद्रीय एजेंसियों के बल पर MLA खरीद रही है। कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में सब विधायक मौजूद थे। देश में 27 जून को सारे विधानसभा क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन करेंगे।