महाराष्ट्र में सियासी संग्राम के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की अपील के बाद शिवसेना के बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने कहा कि पार्टी के अस्तित्व के लिए अप्राकृतिक गठबंधन से बाहर निकलना जरूरी है।
शिंदे ने कहा कि एमवीए सरकार में घटक दलों को फायदा पहुंचाया गया है। उधर शिवसेना कार्यकर्ता मुंबई में अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के वर्षा बंगले के बाहर इकट्ठा हुए।
शिंदे ने ट्वीट में उद्धव सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा, ‘पिछले ढाई वर्षों में, एमवीए सरकार ने केवल घटक दलों (कांग्रेस, एनसीपी) को फायदा पहुंचाया है और शिवसैनिकों को भारी नुकसान हुआ है। जबकि घटक दल मजबूत हो रहे हैं, शिवसेना का व्यवस्थित रूप से गबन किया जा रहा है। पार्टी और शिवसैनिकों के अस्तित्व के लिए अप्राकृतिक मोर्चे से बाहर निकलना जरूरी है। महाराष्ट्र के हित में अब निर्णय लेने की जरूरत है।’
असम के गुवाहाटी के एक होटल में बागी शिवसेना विधायक एकनाथ शिंदे अन्य विधायकों के साथ कुछ कागजों पर साइन करते नजर आए।
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी हैं और रहेंगे। फ्लॉर ऑफ द हाउस पर अगर मौका मिला तो हम बहुमत साबित करके दिखाएंगे।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि यह जो भी चल रहा है वह शिवसेना का अंदरूनी मामला है, उससे भाजपा का कुछ लेना-देना नहीं है। हम सरकार बनाने का कोई दावा नहीं कर रहे हैं, हम बस इंतज़ार करेंगे। हमारी बात एकनाथ शिंदे से नहीं हुई है।
