महाराष्ट्र में नक्सलों ने तीन लोगों की हत्या कर उनका शव रास्ते पर फेंक दिया और साथ ही अपना एक बैनर रख दिया। जानकारी के मुताबिक तीनों शख्स वहीं हैं जिन्होंने पिछले साल अप्रैल में पुलिस को नक्सलियों की सूचना दी थी। उस मुठभेड़ में एसटीएफ ने 40 नक्सलियों को मार गिराया था। ऐसे में नक्सलियों ने बदले की भावना से इन तीन ग्रामीणों की हत्या कर दी। वहीं शव के साथ रखे बैनर में नक्सलियों ने अप्रैल की मुठभेड़ में मारे गए साथियों का जिक्र करते हुए उन्हें शहीद बताया है। इसके साथ ही बैनर में तीनों मृतकों का नाम भी लिखा है।
कहां का है मामला: दरअसल पूरा मामला गढ़चिरौली जिले के भामरागढ़ का है। जहां नक्सलियों ने तीन लोगों की हत्या कर दी। बता दें मृतकों के नाम मालू डोग्गे मडावी, कन्ना रैनू मडावी और लालसु कुडयेटी है। ये तीनों ही कसनासूर गांव के रहने वाले हैं। नक्सलियों का आरोप है कि इन तीनों ने ही पुलिस को नक्सलियों के ठिकाने की जानकारी दी थी।
बैनर में क्या है लिखा: नक्सलियों ने बैनर में लिखा है, ‘कसनूर- तुमिरगुंडा घटना में 40 जन अपने प्यारे कॉमरेड जनता के सपूत शहीद हुए थे। उस घटना के दोषिओं के कसनूर गांव के मुखबिर काम करने वाले मालू डोग्गे मडावी, कन्ना रैनू मडावी और लालसु कुडयेटी को मौत की सजा दी गई है। भारतयी कम्यूनिस्ट पार्टी (माओवादी) दक्षिण गढ़चिरौली डिविजन कमेटी। ‘
22 अप्रैल को हुई थी मुठभेड़: गौरतलब है कि पिछले साल 22 अप्रैल को कसनूर- तमिरगुंडा में एसटीएफ और नक्सलियों की मुठभेड़ हुई थी। मुठभेड़ में एसटीएफ ने 40 नक्सलियों को मार गिराया था।