महाराष्ट्र विधानमंडल का विशेष शीतकालीन सत्र नागपुर में आयोजित किया गया है। बुधवार को सत्र के दौरान एक अजीबोगरीब दृश्य सामने आया। दरअसल महाराष्ट्र विधानसभा के एक विधायक तेंदुए के भेष में विधानभवन पहुंच गए। महाराष्ट्र में तेंदुआ और मानव के बीच संघर्ष का मुद्दा सुर्खियों में छाया हुआ है। महाराष्ट्र के विधायक शरद सोनवणे तेंदुए की भेष वाला परिधान पहनकर विधान भवन पहुंचे थे।
जनता के बीच भय का माहौल- विधायक का दावा
विधायक शरद सोनवणे का प्रयास है कि सरकार तेंदुए के हमले की घटनाओं की तरफ ध्यान दें। बता दें कि महाराष्ट्र के नासिक, अहमदनगर और पुणे के कुछ इलाकों में तेंदुए के हमले की घटनाएं सामने आई है। इसके कारण आम जनता के बीच भय का माहौल बन चुका है। विधायक शरद सोनवणे ने बाद में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि हमले की वजह से भयावह जीवन जीने को मजबूर हैं। उन्होंने कहा कि सरकार को इस मामले पर तत्काल ध्यान देना चाहिए और सुरक्षा के लिए कदम उठाए जाने चाहिए।
स्टेट इमरजेंसी घोषित होनी चाहिए- विधायक शरद सोनवणे
जुन्नार के विधायक शरद सोनवणे ने कहा, “इसकी वजह से कई लोगों की जान जा चुकी है। मैं 2014 से ही यह मुद्दा उठा रहा हूं। तेंदुओं के हमलों को ‘आपदा’ माना जाना चाहिए और स्टेट इमरजेंसी घोषित होनी चाहिए। जुन्नार और अहिल्यानगर में दो बचाव केंद्र तुरंत बनाए जाने चाहिए। मुझे भरोसा है कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस जी इस पर तुरंत कार्रवाई करेंगे। आज नागपुर के शहरी इलाके में एक तेंदुआ घुस आया।”
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क्या है विधायक की मांग?
विधायक की मांग है कि वन विभाग की निगरानी हो और गश्त को मजबूत किया जाए। इसके अलावा उन्होंने कहा कि गांव के पास भटक कर आने वाले तेंदुओं का वैज्ञानिक और सुरक्षित पुनर्वास किया जाए। विधायक ने मांग की कि स्थानीय मुद्दों के लिए समुदाय के लिए जागरुकता और प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाए, ताकि अगर कोई तेंदुआ उन्हें दिखाई भी देता है तो वह अपना बचाव खुद कर सके। इसके अलावा तेंदुए के हमले से प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा और सहायता उपलब्ध कराए जाने की विधायक ने मांग की है।
