महाराष्ट्र में सियासी सत्ता संग्राम के बीच देर रात मातोश्री पहुंचे मंत्री और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने विक्ट्री साइन दिखाया। वहीं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मुंबई में घर ‘मातोश्री’ के बाहर जमा हुए शिवसेना समर्थकों का अभिवादन किया। शिवसेना कार्यकर्ता मुंबई में अपना समर्थन व्यक्त करने के लिए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के आवास ‘मातोश्री’ के बाहर इकट्ठा हुए थे।
इससे पहले उद्धव का दफ्तर यानी सीएम हाउस वर्षा खाली होने लगा। उद्धव भी परिवार समेत निकल गए थे। उनके साथ पत्नी रश्मि ठाकरे, दोनों बेटे आदित्य और तेजस ठाकरे भी सरकारी बंगला वर्षा से निजी आवास मातोश्री के लिए निकल गए। इसके बाद कर्मचारी उनका सामान निकालने लगे। उद्धव के समर्थन में मातोश्री के बाहर सैकड़ों शिवसैनिक जमा हो गए।
महाराष्ट्र राजनीतिक घटनाक्रम पर नेताओं के बड़े बयान–
शिवसेना नेता संजय राउत ने कहा कि मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे जी हैं और रहेंगे। फ्लॉर ऑफ द हाउस पर अगर मौका मिला तो हम बहुमत साबित करके दिखाएंगे।
बागी विधायक एकनाथ शिंदे ने कहा कि हमारे पास 46 विधायक हैं और ये बढ़ेंगे। आगे की रणनीति हम सभी विधायकों के साथ मिलकर तय करेंगे। शिवसेना तोड़ने का कोई इरादा नहीं। हम किसी दूसरी पार्टी के संपर्क में नहीं हैं। शिंदे ने ट्वीट किया, “पार्टी के अस्तित्व के लिए अप्राकृतिक गठबंधन से बाहर निकलना जरूरी है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि अगर एकनाथ शिंदे आकर बोल दें तो मैं मुख्यमंत्री पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। सब लोगों (MLA) ने मेरा समर्थन किया लेकिन अपने ही लोगों (MLA) ने समर्थन नहीं किया। अगर मेरे खिलाफ एक भी वोट विरोध में जाता है तो में मुख्यमंत्री पद छोड़ने को तैयार हूं।
शिवसेना के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय राउत ने कहा कि महाराष्ट्र में दो या तीन दिनों में क्या होगा यह कोई नहीं जानता। भाजपा के समर्थन के बिना शिवसेना के विधायकों का अपहरण नहीं किया जा सकता था।
कांग्रेस नेता कमलनाथ ने कहा कि कांग्रेस और राकांपा महाराष्ट्र विकास अघाड़ी सरकार को अपना समर्थन जारी रखेगी। मैंने शरद पवार से भी बातचीत की है। उन्होंने आश्वासन दिया है कि वे गठबंधन सरकार को अपना समर्थन जारी रखेंगे। इसके अलावा कोई इरादा नहीं है। मुझे भरोसा है कि शिवसेना के बागी शिवाजी महाराज के राज्य को चोट नहीं पहुंचाएंगे।
महाराष्ट्र में राजनीतिक संकट पर केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे ने कहा कि यह जो भी चल रहा है वह शिवसेना का अंदरूनी मामला है, उससे भाजपा का कुछ लेना-देना नहीं है। हम सरकार बनाने का कोई दावा नहीं कर रहे हैं, हम बस इंतज़ार करेंगे। हमारी बात एकनाथ शिंदे से नहीं हुई है।
महाराष्ट्र के राजनीतिक हालात पर कांग्रेस नेता के.सी वेणुगोपाल ने कहा कि यह शिवसेना का मामला है और वे इसे हल करेंगे। भाजपा पैसे, केंद्रीय एजेंसियों के बल पर MLA खरीद रही है। कांग्रेस की विधायक दल की बैठक में सब विधायक मौजूद थे। देश में 27 जून को सारे विधानसभा क्षेत्रों में विरोध प्रदर्शन करेंगे।