महाराष्ट्र का एक स्थानीय बिल्डर पुलिस स्टेशन में अधिकारी की कुर्सी पर बैठकर एक वीडियो बनाया और उसे सोशल मीडिया पर शेयर कर दिया। वीडियो वायरल होने पर उसी थाने की पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लॉकअप में डाल दिया। आरोपी का नाम सुरेश पाटिल है और वह एक व्यापारी भी है। उसने एक अन्य वीडियो में अपने दोस्तों के साथ बंदूक लहराते हुए शेयर किया है। मनपाड़ा पुलिस स्टेशन की पुलिस ने उस पर एक लोक सेवक का रूप धारण करने, मानहानि, जीवन को खतरे में डालने और शस्त्र अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। बाद में पुलिसे उसे कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे चार नवंबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
आरोपी सुरेश पाटिल ने जो वीडियो शेयर किया है, उसके बैकग्राउंड में “रानी नहीं है तो क्या हुआ, ये बादशाह आज भी लाखों दिलों पे राज करता है” का डायलॉग भी बज रहा है।
पुलिस के मुताबिक सुरेश पाटिल मनपाड़ा थाने में दर्ज मानव बलि और अंधविश्वास के एक मामले में शिकायतकर्ता है। मामले में आरोपी ने उसके पास से 19.96 लाख रुपये जब्त किए थे, और वह अदालत के आदेश के बाद इसे लेने के लिए थाने पहुंचा था।
पुलिस ने कहा कि आरोपी सुरेश पाटिल के खिलाफ अलग-अलग थानों में सात आपराधिक मामले दर्ज हैं, उन्होंने उसकी लाइसेंसी बंदूक भी जब्त कर ली है। उसके पास से पांच जिंदा कारतूस, एक छुरी और एक मर्सिडीज कार बरामद की गई है।
