Maharashtra Politics: महाराष्ट्र के पालघर में एक बार फिर उद्धव और शिंदे गुट के आपस भिड़ गए। यह भिड़ंत शिवसेना की शाखा पर कब्जे को लेकर हुई है। पुलिस ने इस मामले में 11 लोगों पर केस दर्ज किया है। घटना बुधवार (19 अक्टूबर, 2022) देर रात की है।

पालघर जिले के बोईसर इलाके में शिवसेना की शाखा है। इस शाखा पर कब्जे को लेकर एकनाथ शिंदे और उद्धव ठाकरे के गुट के लोग भिड़ गए। इस दौरान दोनों तरफ से स्थानीय नेता और कार्यकर्ता एक-दूसरे पर हमला करते देखे गए। उद्धव गुट और शिंदे गुट के सैकड़ों लोग शिवसेना की शाखा के साथ-साथ पुलिस थाने में भी जमा हो गए। इसके बाद माहौल तनावपूर्ण हो गया।

देर रात तक चले इस ड्रामे में एकनाथ शिंदे गुट के समर्थक उद्धव गुट के लोगों पर मामला दर्ज कराने की जिद करते रहे। कई स्थानीय नेताओं की मांग थी कि उद्धव गुट के खिलाफ गंभीर धाराओं के तहत मामला दर्ज किया जाए। बोईसर पुलिस थाने में दोनों ही गुट के समर्थक देर रात तक जमा रहे। इसके बाद उद्धव ठाकरे के गुट के 11 लोगों पर विभिन्न धाराओं के तहत के तहत केस दर्ज किया गया।

बता दें, चुनाव निशान को लेकर चुनाव आयोग से लेकर कोर्ट तक चली लड़ाई के बाद जब दोनों गुटों को नाम और सिंबल आवंटित कर दिए गए, तब भी दोनों गुटों के कार्यकर्ता आपस में भिड़ते हुए देखे गए थे। पुणे के सिंचर में नए चुनाव सिंबल मशाल को लेकर एक शोभायात्रा निकाली गई, लेकिन इस शोभा यात्रा में पार्टी के कार्यकर्ता आपस में ही भिड़ते नजर आए और हाथापाई तक नौबत आ गई। जानकारी के लिए बता दें कि मशाल चुनाव चिह्न उद्धव ठाकरे और दो तलवार और एक ढाल चुनाव चिह्न एकनाथ शिंदे गुट को मिला है।

वहीं गुरुवार (20 अक्टूबर, 2022) को एकनाथ शिंदे सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने 30 जून, 2022 तक राजनीतिक और सामाजिक मुद्दों पर आंदोलन से संबंधित सभी आपराधिक केसों को वापस लेने का फैसला किया है। जिसमें किसी भी तरह की जनहानि या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान नहीं हुआ था। बता दें, राज्य में जब से एकनाथ शिंद की सरकार सत्ता में आई है। उसके बाद से सरकार ने कई ताबड़तोड़ फैसले लिए हैं।