महाराष्ट्र की राजनीति में जारी उठापटक के बीच शिवसेना के बागी विधायकों में शामिल रहे नितिन देशमुख ने पाला बदलते हुए कहा कि वो उद्धव सेना के सैनिक हैं। एमएलए ने कहा कि उन्हें जबरदस्ती सूरत ले जाया गया था और मुश्किल से बचकर मुंबई पहुंचे हैं। इस पर एकनाथ शिंदे की सेना ने पलटवार करते हुए फोटो जारी कर नितिन देशमुख के आरोपों का जवाब दिया है।

एमएलए नितिन देशमुख ने एकनाथ शिंदे पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सूरत में उन्हें किडनैप कर रखा गया था और वह किसी तरह वहां से भागकर आए हैं। इन आरोपों के बाद शिंदे गुट ने नितिन देशमुख की कुछ तस्वीरें जारी की हैं। इनमें से एक तस्वीर में देशमुख दूसरे विधायकों के साथ चार्टर्ड प्लेन में बैठे हैं। वहीं दूसरी फोटो में वह पार्टी के साथियों के साथ सेल्फी ले रहे हैं।

300-350 पुलिसकर्मी रख रहे थे नजर: नितिन देशमुख ने कहा, “हमें जबरन सूरत ले जाया गया, मैंने भागने की कोशिश की लेकिन सूरत पुलिस ने पकड़ लिया। कोई दिक्कत न होने के बावजूद, डॉक्टरों ने मुझसे बताया कि मुझे दिल का दौरा पड़ा है। 300-350 पुलिसकर्मी हम पर रख रहे थे नजर।” उन्होंने कहा, “मुझसे पहले विधायक प्रकाश अबितकर ने वहां से निकलने की कोशिश की लेकिन वह सफल नहीं हो पाए। सूरत के होटल पहुंचते ही हमें एमवीए सरकार के खिलाफ साजिश के बारे में पता चला।”

पत्नी ने की थी लापता होने की शिकायत: इससे पहले नितिन देशमुख की पत्नी प्रांजली नितिन देशमुख ने अपने पति के लापता होने की शिकायत पुलिस में दर्ज कराई थी। उन्होंने कहा था कि जब चुनाव हुए और ट्रेन में बैठने से पहले उन्होंने मुझसे बात की कि वे अकोला के लिए निकल रहे हैं, लेकिन रात से कोई संपर्क नहीं हो पाया। उनका मोबाइल भी स्विच ऑफ है इसलिए शिकायत दर्ज कराई है।

कई सांसद हो सकते हैं शिंदे गुट में शामिल: वहीं दूसरी ओर बड़ी संख्या में शिवसेना के विधायकों को अपने पाले में लाने के बाद, बागी नेता एकनाथ शिंदे ने कम से कम 400 पूर्व पार्षदों और कुछ सांसदों की सूची बनाई है, जिनके उनके पक्ष में जाने की उम्मीद है। सूत्रों के मुताबिक एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत जो कल्याण से सांसद हैं वो भी अपने पिता का गुट जॉइन कर सकते हैं। इसके अलावा कई लोकसभा सांसद भी शिंदे गुट में शामिल होने के लिए तैयार हैं।

महाराष्ट्र के एक प्रमुख भाजपा नेता ने कहा, ‘हमें जानकारी है कि 14 से 15 सांसद शिंदे गुट में शामिल होने जा रहे हैं। उनमें से ज्यादातर पीएम मोदी के करिश्मे के कारण चुने गए हैं और उन्हें डर है कि वे अगली बार निर्वाचित नहीं होंगे इसलिए सभी सांसद शिंदे समूह के साथ आएंगे।”