महाराष्ट्र में जारी सियासी उठापटक के बीच शिवसेना और एकनाथ शिंदे की जंग आर-पार के मोड़ पर पहुंचती दिखाई दे रही है। बागी नेता एकनाथ शिंदे ने भरत गोगावाले को शिवसेना विधायक दल का चीफ व्हिप नियुक्त कर दिया है। शिंदे ने दावा किया है कि ऐसे में आज शाम विधायक दल की बैठक के संबंध में सुनील प्रभु द्वारा जारी आदेश अवैध माना जाएगा। एकनाथ शिंदे ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है।

पार्टी द्वारा व्हिप जारी किए जाने के कुछ देर बाद ही गुवाहाटी में मौजूद शिवसेना के बागी विधायकों ने एकनाथ शिंदे को अपना नेता चुन लिया है। 34 बागी विधायकों ने प्रस्ताव पास कर एकनाथ शिंदे को अपना नेता मान लिया है। इन विधायकों ने शिंदे को समर्थन देने के प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किया है और इसकी कॉपी गवर्नर, डिप्टी स्पीकर और विधानसभा सचिव को भी भेज दी है।

वहीं, चीफ व्हिप के संबंध में एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया, “भरत गोगावाले को शिवसेना विधायक दल का मुख्य सचेतक नियुक्त किया गया है। इसलिए आज शाम विधायक दल की बैठक के संबंध में सुनील प्रभु द्वारा जारी आदेश अवैध है।” बता दें कि शिवसेना ने पार्टी के विधायकों को व्हिप जारी किया है। इसमें कहा गया है कि शाम पांच बजे सीएम उद्धव ठाकरे के घर पर पहुंचना है। साथ ही कहा गया है कि अगर आप (विधायक) मीटिंग में नहीं आए तो माना जाएगा कि आप पार्टी छोड़ना चाहते हैं।

सीएम उद्धव ठाकरे ने बुधवार को कैबिनेट की मीटिंग बुलाई थी, जिसमें 8 मंत्री शामिल नहीं हुए। एकनाथ शिंदे समेत सरकार के 8 मंत्री इस बैठक में शामिल नहीं हुए। दूसरी तरफ, सीएम उद्धव ठाकरे अब से कुछ देर में फेसबुक लाइव आकर महाराष्ट्र की जनता को संबोधित करेंगे, जिस पर सभी की निगाहें टिकी हुई हैं। रिपोर्ट्स के मुताबिक, जनता को संबोधित करने के बाद सीएम ठाकरे शरद पवार से मुलाकात कर सकते हैं।

उधर, शिंदे बार-बार कह रहे हैं कि उनके पास शिवसेना के 40 विधायकों (निर्दलीय समेत कुल 46) का समर्थन प्राप्त है। हालांकि, भाजपा के साथ मिलकर सरकार बनाने के सवाल पर शिंदे ने कहा कि उन्होंने किसी भी दल से संपर्क नहीं किया है। शिंदे ने आगे की रणनीति के बारे में कहा कि सभी लोगों से बात करने के बाद आगे की रणनीति तय की जाएगी।