महाराष्ट्र में जारी सियासी घमासान के बीच शिवसेना सांसद संजय राउत ने बागी विधायकों के खिलाफ विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि अब यहां 40 विधायकों की सिर्फ बॉडी लौटेगी, जिसे हम पोस्टमार्टम के लिए विधानसभा भेजेंगे।

एक सभा को संबोधित करते हुए संजय राउत ने कहा, “जो 40 लोग वहां हैं वे ज़िंदा लाश हैं। ये मुर्दा हैं। उनके शरीर यहां आएंगे। उनकी आत्मा मरी हुई है। ये 40 लोग जब यहां उतरेंगे तो मन से ज़िंदा नहीं होंगे। उन्हें मालूम है कि ये जो आग लगी है उस से क्या हो सकता है। आकर दिखाएं वे।”

हम नामर्द नहीं: इससे पहले भी भड़काऊ बयान देते हुए संजय राउत ने कहा था, “आप यहां से गुवाहाटी तक सब कुछ करेंगे और हम अपना गुस्सा भी नहीं निकालेंगे तो कैसा होगा? तो हम क्या नामर्द हैं, हम नामर्द नहीं हैं।” उन्होंने कहा था, “क्या होगा सत्ता चली जाएगी ज्यादा से ज्यादा और क्या होगा? सत्ता जाती है और सत्ता आती भी है।”

बागी विधायकों को सुरक्षा: वहीं दूसरी ओर, महाराष्ट्र में बागी विधायकों के खिलाफ शिवसैनिकों के बढ़ते आक्रोश को देखते हुए शिवसेना के 15 बागी विधायकों को केंद्र सरकार ने वाई प्लस कैटेगरी सुरक्षा प्रदान की है। कई जगहों पर शिवसैनिकों ने बागी विधायकों के दफ्तर को निशाना बनाया है। बागी विधायकों ने आरोप लगाया था कि उनके परिवार की सुरक्षा को वापस ले लिया गया है। बागी गुट के नेता एकनाथ शिंदे ने कहा था कि अगर हमारे विधायकों के परिवार को कुछ होता है तो इसके लिए सीएम उद्धव ठाकरे जिम्मेदार होंगे।

NCP का समर्थन सीएम उद्धव के साथ: वहीं, एनसीपी प्रमुख शरद पवार ने कहा कि हमारी पार्टी का पूरा समर्थन सीएम उद्धव ठाकरे के साथ है। उन्होंने कहा, “एकनाथ शिंदे और उनके साथ गुवाहाटी गए अन्य विधायकों ने एक नया गठबंधन बनाने के लिए कहा है, लेकिन एनसीपी और कांग्रेस की नीति हमारे द्वारा बनाई गई गठबंधन सरकार का समर्थन करने के लिए स्पष्ट है।”

शरद पवार ने कहा, “महाराष्ट्र में एमवीए सरकार है और हम इसका समर्थन जारी रखना चाहते हैं। एकनाथ शिंदे और अन्य विधायक सरकार में NCP के साथ थे। पिछले 2.5 सालों में उन्हें कोई समस्या नहीं हुई। ये आज ही क्यों हुई? यह तो बस एक बहाना है, लेकिन हम आखिरी समय तक सीएम उद्धव ठाकरे का समर्थन करेंगे।