महाराष्ट्र के पुणे में एक ही परिवार के 7 लोगों की हत्या ने सनसनी मचा दी थी। जनवरी 2023 में, पुणे के दौंड तालुका में भीमा नदी से एक परिवार के सात सदस्यों के शव बरामद किए गए। 25 जनवरी 2023 को यवत पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई एफ़आईआर के अनुसार, सब-इंस्पेक्टर संजय नागरगोजे को 18 जनवरी को दोपहर 12.30 बजे परगांव गांव में नदी में एक अज्ञात महिला का शव मिला था। इसके बाद 20 जनवरी को उसी स्थान के पास एक पुरुष का शव मिला। 22 जनवरी को दो और शव मिले, जिनमें एक महिला भी शामिल थी।

महिला के शव पर मिले मोबाइल फोन से पुलिस को पता चला कि वह महाराष्ट्र के बीड जिले के गेवराई की रहने वाली 40 वर्षीय संगीता मोहन पवार थी। अधिकारियों ने उसके परिवार के सदस्यों से संपर्क किया और अन्य तीन शवों की पहचान संगीता के पति मोहन उत्तम पवार (45 वर्षीय), उनके दामाद शमराव पंडित फुलवारे (28 वर्षीय) और बेटी रानी फुलवारे (24 वर्षीय) के रूप में हुई। फुलवारे उस्मानाबाद जिले के वाशी के हाटोले गांव में रहते थे।

Pune: परिवार के 7 लोगों को उतारा उनके ही रिश्तेदार ने मौत के घाट

पुणे ग्रामीण पुलिस की जांच से पता चला कि उनकी हत्या रिश्तेदारों ने की थी। इसके बाद, हत्याओं में कथित भूमिका के लिए पांच लोगों को गिरफ्तार किया गया और एक नाबालिग को हिरासत में लिया गया। परिवार ने पुलिस को बताया कि शमराव और रानी के तीन बच्चे हैं और वे लापता हैं। आगे की खोज में अधिकारियों को 24 जनवरी को नदी में रितेश, छोटू, और कृष्णा के शव मिले।

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जांच में पता चला कि मोहन का मोबाइल फोन 17 जनवरी को अहिल्यानगर जिले के निघोज में और 18 जनवरी को परगांव में सक्रिय था। यह भी पता चला कि संगीता का मोबाइल फोन 17 जनवरी को निघोज में और 18 जनवरी को पुणे के शिरुर में सक्रिय था।

Pune Crime: हत्या में रिश्तेदार के शामिल होने का संदेह

इस बीच, परिजनों ने हत्या में मोहन के रिश्तेदार अशोक कल्याण पवार के शामिल होने का संदेह जताया। जैसा कि एफआईआर में बताया गया, अशोक ने अपने बेटे धनंजय पवार को एक दुर्घटना में खो दिया था, लेकिन उसका मानना ​​था कि बेटे की हत्या मोहन ने की है। परिजनों ने पुलिस को बताया कि अशोक अक्सर मोहन और उसके परिवार को जान से मारने की बात करता था।

अधिकारियों ने बताया कि पूछताछ करने पर अशोक और उसके परिवार ने दावा किया कि वे 17 और 18 जनवरी को निघोज स्थित अपने घर पर मौजूद थे और उन्हें हत्याओं के कारणों के बारे में कोई जानकारी नहीं है। हालांकि, उनके मोबाइल फोन के टावर लोकेशन से पता चला कि 18 जनवरी को परिवार के सदस्य शिरूर में थे। जांचकर्ताओं के अनुसार, मृतक और संदिग्धों के मोबाइल फोन निघोज और शिरूर में एक ही स्थान पर सक्रिय थे।

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हत्या में नाबालिग भी था शामिल

इसके बाद पुलिस ने निघोज निवासी अशोक पवार, शाम कल्याण पवार, शंकर कल्याण पवार, प्रकाश कल्याण पवार और कांताबाई सरजेराव जाधव को गिरफ्तार कर लिया। अशोक के परिवार के एक नाबालिग सदस्य, जिसे हत्या में कथित भूमिका के लिए पकड़ा गया था, उसे किशोर न्याय बोर्ड के समक्ष पेश किया गया और उसे सुधार गृह भेज दिया गया।

अधिकारियों ने बताया कि हत्याओं से कुछ महीने पहले अशोक के बेटे धनंजय की वाघोली में एक सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी और इस संबंध में पुणे सिटी पुलिस में मामला दर्ज किया गया था। हालांकि, धनंजय की मौत में मोहन और उसके बेटे अनिल की भूमिका पर संदेह करते हुए, अशोक और उसके परिवार ने कथित तौर पर बदला लेने का फैसला किया और हत्याएं कीं।

आरोपियों ने गला घोंटकर हत्या की और शवों को नदी में फेंक दिया

मामले में विशेष सरकारी वकील शिशिर हिरय ने कहा, “पुलिस जांच के अनुसार, आरोपियों ने पीड़ितों की गला घोंटकर हत्या की और उनके शवों को नदी में फेंक दिया। मामला बारामती की एक अदालत में चल रहा है और जल्द ही इसकी सुनवाई शुरू होने की उम्मीद है।” पढ़ें- देश दुनिया की तमाम बड़ी खबरों के लेटेस्ट अपडेट्स