Savarkar Gaurav Yatra: महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में रविवार (2 अप्रैल, 2023) को ठाणे में ‘सावरकर गौरव यात्रा’ निकाली गई। इस यात्रा में सैंकड़ों की संख्या में लोग शामिल हुए। मार्च में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना ने राज्य के प्रत्येक जिले में ‘सावरकर गौरव यात्रा’ निकालने की घोषणा की थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, शिंदे की यह ‘सावरकर गौरव यात्रा’ राहुल गांधी के बयान के बाद सामने आई। जिसमें राहुल गांधी ने हिंदुत्व विचारक वीडी सावरकर को लेकर टिप्पणी की थी।
‘सावरकर गौरव यात्रा’ में शामिल लोग ‘मैं सावरकर हूं’ और उन पर लिखे अन्य संदेशों के साथ भगवा टोपियां पहनकर शामिल हुए। ठाणे शहर के राम गणेश गडकरी रंगायतन सभागार में यात्रा में शामिल लोगों ने वीडी सावरकर को पुष्पांजलि अर्पित की।
इस यात्रा के दौरान विशेष रूप से सावरकर से संबंधित जानाकारी देने वाली एक झांकी भी थी। शिंदे और सत्तारूढ़ शिवसेना-भाजपा गठबंधन के कुछ अन्य नेताओं ने एक रथ पर सवार होकर यात्रा में भाग लिया। इस दौरान यात्रा में भाग लेने वाले लोगों पर फूल बरसाए गए। यात्रा में 200 बाइक सवार और लगभग 100 ऑटो-रिक्शा शामिल थे।
यात्रा में भाजपा नेता डॉ. विनय सहस्रबुद्धे, ठाणे विधायक संजय केलकर, ठाणे भाजपा प्रमुख और एमएलसी निरंजन डावखरे, पूर्व मेयर नरेश म्हस्के, शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक और सत्तारूढ़ गठबंधन के कई अन्य स्थानीय नेताओं ने भाग लिया। शहर में सावरकर के विशाल होर्डिंग लगाए गए। यात्रा के दौरान देशभक्ति के गीत बजाए गए और विभिन्न स्थानों पर रंगोली बनाई गई। यात्रा में रंग-बिरंगे परिधानों में बड़ी संख्या में महिलाओं ने भी भाग लिया।
महाराष्ट्र सरकार ने की ‘वीरभूमि परिक्रमा’ की घोषणा
सावरकर की जयंती के उपलक्ष्य में महाराष्ट्र सरकार 21 मई से 28 मई तक वीरभूमि परिक्रमा भी आयोजित करेगी। सावरकर को लेकर सत्तारूढ़ शिवसेना-भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस वाकयुद्ध में लगे हुए हैं। महाराष्ट्र सरकार में मंत्री मंगल प्रभात लोढ़ा ने कहा कि नासिक के भागुर में एक भव्य थीम पार्क और एक संग्रहालय बनाया जाएगा, जहां सावरकर का जन्म 28 मई, 1883 को हुआ था। लोकसभा की सदस्यता से अयोग्य घोषित किए जाने के बाद राहुल गांधी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, “मेरा नाम सावरकर नहीं है, मेरा नाम गांधी है और गांधी किसी से माफी नहीं मांगते।”