महाराष्ट्र सरकार में सामाजिक न्याय मंत्री संजय शिरसाट ने आने वाले महानगर पालिका चुनाव के लिए ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के ‘पतंग’ चुनाव चिह्न पर रोक लगाने की मांग की है। उनका तर्क है कि मकर संक्रांति और चुनाव एक ही दिन पड़ रहे हैं, ऐसे में ‘पतंग’ चुनाव चिह्न पर रोक लगे। वहीं इसके बाद महाराष्ट्र एआईएमआईएम प्रदेश अध्यक्ष इम्तियाज जलील ने इस पर पलटवार किया। संजय शिरसाट को उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का करीबी भी माना जाता है।
महाराष्ट्र में 15 जनवरी को होगा मतदान
इम्तियाज जलील ने मांग को खारिज करते हुए इसे ‘हास्यास्पद’ बताया। संजय शिरसाट ने मंगलवार को एक मराठी समाचार चैनल से कहा कि वह अपनी मांग को लेकर निर्वाचन आयोग से संपर्क करेंगे। मुंबई समेत महाराष्ट्र की 29 महानगर पालिकाओं के लिए मतदान 15 जनवरी को होगा और मतगणना 16 जनवरी को की जाएगी। मकर संक्रांति भारत के कई हिस्सों में व्यापक रूप से पतंग उत्सव के रूप में जाना जाता है, जो 14 जनवरी को मनाया जाएगा।
उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना से जुड़े संजय शिरसाट ने कहा, “निर्वाचन आयोग को इस पर गंभीरता से ध्यान देना चाहिए। मैं भी आयोग से संपर्क करूंगा। अगर कोई भी चीज मतदाताओं को प्रभावित करती है, तो निर्वाचन आयोग को उस पर रोक लगानी चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी के नेतृत्व वाली एआईएमआईएम का पतंग चिह्न रद्द किया जाना चाहिए। मैं प्रतिबंध की इसलिए मांग कर रहा हूं क्योंकि मकर संक्रांति के दौरान पतंग उड़ाने का इस्तेमाल चुनाव प्रचार में किया जा सकता है। त्योहार के बिना यह मुद्दा उठता ही नहीं।”
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इम्तियाज जलील ने साधा निशाना
इम्तियाज जलील ने संजय शिरसाट की मांग को हास्यास्पद बताया। उन्होंने कहा, “मैं प्रधानमंत्री से यह अनुरोध करूंगा कि इस व्यक्ति (शिरसाट) को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। मकर संक्रांति के आसपास महानगर पालिका चुनाव होना महज एक संयोग है। मैं इस साल पतंग जरूर उड़ाऊंगा। चूंकि यह एक हिंदू त्योहार है, इसलिए मैं चाहूंगा कि वह (शिरसाट) भी पतंग उड़ाएं।”
महायुति सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के चुनाव चिह्न घड़ी को लेकर इशारा करते हुए इम्तियाज जलील ने शिवसेना और भाजपा नेताओं से अगले महीने तक घड़ी न पहनने की अपील” की। जलील का इशारा घड़ी महायुति सहयोगी राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) का चिह्न है। उन्होंने पूछा, “वे (शिरसाट) अपनी चुनावी हार के लिए बहाने ढूंढ रहे हैं। कमल भाजपा का चिह्न है। इस तर्क के आधार पर क्या एक महीने के लिए पौधारोपण पर प्रतिबंध लगा दिया जाना चाहिए।” पढ़ें महाराष्ट्र निकाय चुनाव में शिंदे और अजित पवार के साथ गठबंधन को लेकर सीएम फड़नवीस का बड़ा बयान
