चलती ट्रेन में एक नाबालिग बालिका से छेड़छाड़ करने और उसके साथ दुर्व्यवहार करने पर पुलिस ने बिहार के एक युवक को गिरफ्तार किया है। आरोपी एक मदरसा में शिक्षक है। घटना महाराष्ट्र के ठाणे जिले की है। रेलवे पुलिस के एक अधिकारी के मुताबिक एक्सप्रेस ट्रेन में नाबालिग बालिका से कथित तौर पर एक मदरसा शिक्षक छेड़छाड़ कर रहा था। इसकी जानकारी पर आरोपी मदरसा शिक्षक को गुरुवार को पुलिस ने पकड़ लिया।
पीड़िता पुणे से मुंबई के लिए सिंघाड़ एक्सप्रेस में कर रही थी यात्रा
कल्याण रेलवे पुलिस के वरिष्ठ निरीक्षक मुकेश धागे ने बताया कि पीड़िता पुणे से मुंबई के लिए सिंघाड़ एक्सप्रेस में यात्रा कर रही थी। इसी दौरान बिहार के सीतामढ़ी के रहने वाले 29 वर्षीय आरोपी ने कथित तौर पर उसका वीडियो और तस्वीरें लीं और उसे गलत तरीके से छुने लगा।
बालिका के शोरगुल पर सहयात्रियों ने आरोपी को पकड़ा
धागे ने पीटीआई-भाषा से कहा, ”पीड़िता ने जब शोरगुल किया तो वहां मौजूद सहयात्रियों ने आरोपी को पकड़कर धुनाई कर दी। इसके बाद उसे पुलिस को सौंप दिया। उस पर भारतीय दंड संहिता (IPC) और यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण अधिनियम (Protection of Children from Sexual Offences Act) के तहत मामला दर्ज किया गया है।” उन्होंने कहा कि मामला कर्जत रेलवे पुलिस को स्थानांतरित कर दिया गया है, क्योंकि घटना के वक्त ट्रेन उस पुलिस स्टेशन के क्षेत्र से गुजर रही थी।
उधर, झारखंड उच्च न्यायालय ने राज्य सरकार को उस 13 वर्षीय नाबालिग लड़की के पुनर्वास एवं उपचार के लिए उठाये गये कदमों की जानकारी देने को कहा है जिसे कथित रूप से जबरन तेजाब पिलाया गया था। मुख्य न्यायाधीश संजय कुमार मिश्रा एवं न्यायमूर्ति आनंद सेन की खंडपीठ ने राज्य सरकार और राजेंद्र आयुर्विज्ञान संस्थान (RIMS) को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि लड़की का इलाज सरकार वहन करे।
खंडपीठ इस मामले की जनहित याचिका के रूप में स्वत: लेकर बुधवार को सुनवाई कर रही थी। न्यायालय ने सुनवाई की अगली तिथि पर इस मामले के जांच अधिकारी को पेश होने और जांच की स्थिति की जानकारी देने को कहा है। अदालत ने कहा कि मामले की अगली सुनवाई 10 मई को होगी। दिसंबर 2019 में हजारीबाग में 13 साल की यह बच्ची जब स्कूल से लौट रही थी तो उसके साथ छेड़छाड़ करने वाले शख्स ने उसे कथित रूप से जबरदस्ती तेजाब पिला दिया था।
उसे इलाज के लिए रांची के एम्स ले जाया गया। बाद में उसके माता-पिता उसे एम्स पटना ले गये। वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से हजारीबाग के पुलिस अधीक्षक कार्तिक एस ने न्यायालय में पेश होकर बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है और शीघ्र ही उसका पोलीग्राफ परीक्षण भी किया जाएगा।