उषा ठाकुर मध्य प्रदेश विधानसभा की सदस्य हैं और भारतीय जनता पार्टी की नेत्री हैं। वर्तमान में शिवराज सिंह की सरकार में पर्यटन, संस्कृति, धार्मिक न्यास एवं धर्मस्व विभाग की मंत्री हैं। उनका जन्म 3 फरवरी 1966 को इंदौर में एक मध्यवर्गीय परिवार में बाबू सिंह ठाकुर के घर हुआ था। वह एमए, एमएड, एमफिल हैं और हिंदी साहित्य में उनकी गहरी रुचि है।
राजनीतिक सफर
उषा ठाकुर पूर्व पार्षद, शिक्षा समिति की अध्यक्ष, भारतीय जनता युवा मोर्चा की प्रदेश कार्यकारिणी की सदस्य, राष्ट्र सेविका समिति, संस्कृति जागरण मंच हिंदू जागरण मंच, पहल समग्र क्रांति चेतना मंच से सम्बद्ध रही हैं। ठाकुर भाजपा की उपाध्यक्ष और सांस्कृतिक प्रकोष्ठ की इंचार्ज रह चुकी हैं। ठाकुर ने 1989 में सामाजिक कार्यक्रमों में सक्रिय होना शुरू किया और संघ की इंदौर शाखा में बौद्धिक प्रमुख बनीं। वह दुर्गा वाहिनी की सक्रिय सदस्य रही हैं।
2003 में पहली बार विधायक बनीं
वह पहली बार 2003 में 12वीं विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुई तथा महिलाओं एवं बालकों के कल्याण संबंधी समिति और धार्मिक न्यास और धर्मस्व विभाग की परामर्शदात्री दात्री समिति की सदस्य रहीं। 2013 में दूसरी बार विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुई। 2018 में तीसरी बार विधानसभा की सदस्य निर्वाचित हुई। 2 जुलाई, 2020 को उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के मंत्रिमंडल में मंत्री पद की शपथ ली। इनका मुख्य व्यवसाय शिक्ष है। वह धार्मिक समारोहों में भजन कीर्तन भी करतीं हैं और महिलाओं की समस्या को लेकर हमेशा मुखर रहती हैं।
विवादों से रहा है नाता
उषा ठाकुर ने नवरात्र में गरबा स्थलों पर मुस्लिम युवाओं पर प्रतिबंध लगाने का समर्थन करके विवाद खड़ा कर दिया था। उन्होंने आरोप लगाया था कि मुस्लिम युवक हिंदू लड़कियों को इस्लाम धर्म स्वीकार करने की साजिश रचते हैं। उन्होंने अपने निर्वाचन क्षेत्र के सभी गरबा आयोजकों से अपने मतदाता पहचान पत्र का उपयोग करके सभी प्रवेशकों की पहचान सत्यापित करने का भी आग्रह किया। उन्होंने कहा कि अगर मुसलमानों को कुर्बानी त्योहार का महत्व है तो उन्हें बकरों के बजाय अपने बेटों की बलि देनी चाहिए। उत्तर प्रदेश के बाद अब मध्य प्रदेश में मदरसों का सर्वेक्षण कराया जाएगा। राज्य में शिवराज सिंह चौहान की सरकार में कैबिनेट मंत्री उषा ठाकुर ने प्रदेश भर के मदरसों के सर्वेक्षण की मांग रखी।