मध्य प्रदेश के खरगोन में रामनवमी पर निकली शोभायात्रा के दौरान पथराव के बाद हिंसा भड़क गई थी। खरगोन के कई इलाकों में आगजनी और तोड़फोड़ हुई थी। हिंसा पर काबू पाने के लिए शहर में कई दिनों तक कर्फ्यू लगा रहा। इस घटना के 34 दिनों बाद डीएम अनुग्रह पी, एसपी सिद्धार्थ चौधरी और एएसपी डॉक्टर नीरज चौरसिया को हटा दिया गया है।

खरगोन में 10 अप्रैल को रामनवमी शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा के दौरान दुकानों, घरों और वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था। रामनवमी पर निकली शोभायात्रा के दौरान पथराव के बाद हिंसा भड़कने की घटना के बाद भाजपा के स्थानीय सांसद गजेंद्र पटेल ने जिला कलेक्टर और एसपी को हटाने की मांग थी।

मध्य प्रदेश सरकार द्वारा जारी एक आदेश के मुताबिक, खरगोन के डीएम अनुग्रह पी को नई दिल्ली स्थित मध्य प्रदेश भवन में विशेष कर्तव्यस्थ अधिकारी के रूप में तबादला कर दिया गया है। उनकी जगह रतलाम के डीएम कुमार पुरुषोत्तम को खरगोन का जिलाधिकारी बनाया गया है। इसके अलावा खरगोन के एसपी सिद्धार्थ चौधरी को भोपाल पुलिस मुख्यालय में सहायक पुलिस महानिरीक्षक के रूप में तबादला कर दिया गया है।

सतना जिले के एसपी धर्मवीर सिंह को खरगोन का नया पुलिस कप्तान बनाया गया है। इसके अलावा, झाबुआ के एसपी आशुतोष गुप्ता का भी तबादला कर दिया गया है। उनको सतना का एसपी बनाया गया है। वहीं, इंदौर के पुलिस उपायुक्त अरविंद तिवारी का तबादला कर उन्हें झाबुआ का एसपी बनाया गया है।

खरगोन हिंसा के दौरान सिद्धार्थ चौधरी को लगी थी गोली

निवाड़ी के जिलाधिकारी नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी को रतलाम का डीएम बनाया गया है। जबकि जबलपुर संभाग के अपर आयुक्त (राजस्व) तरुण भटनागर को निवाड़ी का डीएम बनाया गया है। बता दें कि रामनवमी के दिन खरगोन में हुई हिंसा के दौरान एक दंगाई ने एसपी चौधरी के पैर में गोली मार दी थी, जिसके बाद वे कई दिनों तक अस्पताल में रहे। इस हिंसा के दौरान कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए थे।