स्वयं-भू संत भय्यूजी महाराज (उदय राव देशमुख) ने आत्महत्या क्यों की? इस सवाल का जवाब तो पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही मिलेगा। लेकिन कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि भय्यूजी महाराज पारिवारिक कलह से काफी तनाव में थे। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो भय्यूजी महाराज की बेटी कुहू अपनी दूसरी मां को बिल्कुल पसंद नहीं करती थी। कुहू बाहर रहती थी और करीब 90 दिनों के बाद मंगलवार (12 जून) को वो इंदौर लौटी थी। यहां आकर वो सीधे बॉम्बे हॉस्पीटल गई जहां उनके पिता उदय राव देशमुख भर्ती थे। खून से सने पिता को अस्पताल में देख कुहू बदहवास हो गई।

पिता की हालत से सन्न कुहू दोपहर के वक्त अपने घर पहुंची। घर में कुहू की दूसरी मां डॉक्टर आयुषी की तस्वीरें लगी हुई थी जिसे देखते ही उसने अपना आपा खो दिया। कुहू ने गुस्से में आकर डॉ. आयुषी की कई तस्वीरें तोड़ दी। कुहू लगातार रो रही थी और डॉक्टर आयुषी की तस्वीरों पर अपना गुस्सा निकाल रही थी। वहां मौजूद लोगों ने किसी तरह कुहू को संभाला। इतना ही नहीं काफी देर तक डॉक्टर आयुषी और कुहू को अलग-अलग कमरों में रखा गया और महिला पुलिसकर्मियों की तैनाती भी करनी पड़ी।

ताकि दोनों के बीच किसी तरह की तनाव की स्थिति ना उत्पन्न हो जाए। इतना ही नहीं इसी शाम कुहू ने आयुषी की मां को सबके सामने भला-बुरा कहा और घर से जाने के लिए भी कहा। भैय्यूजी महाराज ने अपनी पहली पत्नी माधवी के निधन के बाद 49 साल की उम्र में ग्वालियार की रहने वाली डॉक्टर आयुषी से दूसरी शादी की थी।

इससे पहले भय्यूजी महाराज ने खंडवा स्थित अपने आवास पर खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मौके से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ है। जिसमें लिखा गया है कि ‘परिवार के दायित्व को संभालने के लिए किसी को वहां होना चाहिए। मैं बेहद परेशान होकर तनाव के साथ जा रहा हूं। भय्यूजी महाराज के निधन पर राज्य के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है। इधर कांग्रेस ने भी इस मामले पर शोक जताया है। कांग्रेस ने इस मामले में सीबीआई जांच की मांग भी की है।