मध्य प्रदेश के इंदौर निवासी आध्यात्मिक गृहस्थ संत भय्यू महराज की आत्महत्या के मामले की पुलिस जांच कर रही है। नई-नई बातें सामने आ रहीं हैं। प्रथम दृष्टया आत्महत्या के पीछे घरेलू कलह को जिम्मेदार बताया जा रहा।भय्यू महराज की दूसरी पत्नी और पहली पत्नी की बेटी के बीच रिश्ते अच्छे नहीं थे। पूछताछ में पता चल रहा है कि पत्नी और बेटी के बीच अनबन से भय्यू महराज परेशान रहा करते थे।

इनाडु इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिस जांच में चौंकाने वाली बात सामने आई है। पत्नी और बेटी अपने-अपने वफादार नौकरों से भय्यू महाराज की गतिविधियों की जासूसी कराने में जुटीं थीं। जहां उनकी पत्नी यह पता लगाने में जुटीं रहतीं थीं कि भय्यू महराज बेटी को लेकर आगे क्या करना चाहते हैं, वहीं बेटी यह पता लगाने की कोशिश करती थी कि उसके पिता सौतेली मां के लिए क्या-क्या कर रहे हैं। पत्नी और बेटी अपने विश्वासपात्र नौकरों के सहारे भय्यू महराज के हर कदम की समय से पहले जानकारी जुटा लेने की कोशिश करतीं थीं।इसको लेकर अक्सर उनकी भय्यू महराज से कहासुनी भी होती थी।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आत्महत्या से पहले भी भय्यू महराज की पत्नी से कहासुनी हुई थी। बताया जाता है कि भय्यू महराज दूसरी पत्नी से ज्यादा बेटी की बातों को मानते थे। यह भी एक वजह थी उनके घर में कलह की। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पुलिस ने भय्यू महाराज के बंगले पर कार्यरत सरोज सोलंकी, गोलू, योगेश, प्रवीण आदि कर्मचारियों के बयान दर्ज किए। सेवादारों ने भय्यू महराज के घरेलू कलह की जानकारी पुलिस को दी। उन्होंने बताया कि बेटी कुहू हमेशा नौकरों से यह पता लगाने की कोशिश करतीं थीं कि भय्यू महराज पत्नी आयुषी के साथ कहां घूमने टहलने जा रहे। उधर एएसपी प्रशांत चौबे ने भय्यू महराज के सबसे विश्वासपात्र सेवादार विनायक से करीब तीन घंटे तक पूछताछ की। भय्यू महराज ने अपने सुसाइड नोट में संपत्ति की देखरेख के लिए विनायक को जिम्मेदारी सौंपने की बात कही थी।