महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने वाले कालीचरण महाराज को बेल मिल गई और उसके बाद वह बेल पर बाहर आए। जेल से बाहर आने के बाद कालीचरण महाराज पहली बार इंदौर पहुंचे, जहां पर उनके समर्थकों ने एयरपोर्ट पर उनका भव्य स्वागत किया। इस दौरान कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी पर एक और टिप्पणी कर दी और कहा कि उन्हें सच बोलने की सजा मिली है।
दरअसल मध्य प्रदेश के इंदौर एयरपोर्ट पर कालीचरण महाराज का उनके समर्थकों ने भव्य स्वागत किया, जिसके बाद वह मीडिया से बात कर रहे थे। इस दौरान एक पत्रकार ने पूछा कि आपने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी और क्या आपको इसके लिए पछतावा है? इसके जवाब में कालीचरण महाराज ने कहा कि, “नहीं मुझे कोई पछतावा नहीं है। मुझे कलयुग में सच बोलने की सजा मिली है।”
क्या कहा था कालीचरण महाराज ने: दरअसल पिछले साल दिसंबर महीने में छत्तीसगढ़ के रायपुर में आयोजित धर्म संसद में कालीचरण महाराज ने महात्मा गांधी के लिए आपत्तिजनक शब्द प्रयोग किए थे। साथ ही साथ महात्मा गांधी की हत्या करने के लिए नाथूराम गोडसे को नमन भी किया था। इस घटनाक्रम के बाद छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने एफआईआर दर्ज करवाई थी। इसके बाद मध्य प्रदेश से कालीचरण महाराज की गिरफ्तारी हुई थी।
बता दें कि 1 अप्रैल को बिलासपुर कोर्ट ने कालीचरण महाराज को बेल दी थी। सरकारी वकील ने कालीचरण महाराज की बेल याचिका का पुरजोर विरोध किया, लेकिन फिर भी कालीचरण महाराज को बेल मिल गई। सरकारी वकील ने बेल याचिका के विरोध में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि कालीचरण महाराज बाहर आने पर सांप्रदायिकता फैला सकते हैं। वहीं कालीचरण महाराज के वकील ने कहा कि वह 3 महीने से जेल में है ऐसे में उन्हें बेल मिलनी चाहिए।
बता दें कि कालीचरण महाराज को छत्तीसगढ़ पुलिस ने मध्य प्रदेश के खजुराहो से गिरफ्तार किया था। हालांकि कालीचरण की गिरफ़्तारी के तरीके पर मध्य प्रदेश सरकार ने नाराजगी व्यक्त की थी। एमपी के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्र ने कहा था कि बिना एमपी पुलिस को सूचना दिए ये गिरफ्तारी की गई है, जो संघीय ढांचे के खिलाफ है।
