मध्य प्रदेश में शुक्रवार (12 अक्टूबर) को पुलिस ने पूर्व राज्य स्तरीय हॉकी खिलाड़ी को गिरफ्तार किया था। हॉकी खिलाड़ी पर नकली करंसी छापने का आरोप है। पुलिस ने दावा किया है पूछताछ के दौरान आरोपी हॉकी खिलाड़ी ने बताया है कि भोपाल के एक शख्स ने उसे राज्य में विधानसभा चुनावों से पहले 3 करोड़ रुपये की नकली करंसी छापने का आॅर्डर दिया था।
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, मध्य प्रदेश के राजगढ़ जिले की एसपी सिमला प्रसाद ने बताया, पुलिस ने भोपाल निवासी 42 साल के अफताब का आफताब अली उर्फ मुश्ताक खान को 12 अक्टूबर को गिरफ्तार किया है। ये गिरफ्तारी 9 अक्टूबर को राजगढ़ जिले से गिरफ्तार किए गए पांच लोगों से पूछताछ के बाद की गई है। जांच के दौरान इन आरोपियों के पास से 31.50 लाख रुपये की नकली करंसी बरामद हुई थी। ये करंसी 2000 और 500 के नोटों में थी।
गिरफ्तार किए गए पांच लोगों ने पूछताछ के दौरान बताया कि वे पहले नोट को मशीन से स्कैन किया करते थे और बाद में उसे कागज की शीट पर छापा करते थे। बाद में नोट की कटिंग करके उसके बंडल बनाकर बाजार में खपा दिया जाता था। पुलिस का कहना है कि 2000 रुपये के सभी नोटों के सीरियल नंबर एक ही थे। जबकि 500 रुपये के नोटों का सीरियल नंबर अलग था लेकिन सभी नकली नोटों पर एक ही नंबर छापा गया था। पुलिस अभी भी उस जगह की तलाश कर रही है, जहां से गैंग को नकली नोट छापने के लिए कागज मिलता था।
एसपी सिमला प्रसाद के मुताबिक, पूछताछ के दौरान राजगढ़ से गिरफ्तार सभी आरोपियों ने गैंग के मुखिया के तौर पर आफताब का नाम बताया था। ये गैंग मध्य प्रदेश में नकली नोट छापकर उनका प्रसार भी कर रहा था। आफताब राज्यस्तरीय हॉकी खिलाड़ी रह चुका है। उसने सात बार मध्य प्रदेश का राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व किया है। वर्तमान में वह रियल स्टेट के धंधे में काम कर रहा था।
वहीं भोपाल के आईजी जयदीप प्रसाद ने मीडिया को बताया, ” आफताब किसी शरारती तत्व से नोट छापने का आॅर्डर लिया करता था। आॅर्डर के मुताबिक वही नोट वह अपने गैंग से छपवाया करता था। हम उससे पूछताछ कर रहे हैं और उसके दावों के पीछे का सच जानने की कोशिश कर रहे हैं।” पुलिस के मुताबिक, आफताब पिछले एक साल से नकली नोटों की सप्लाई में जुटा हुआ था। हालांकि अभी तक पुलिस आफताब से उस शख्स का नाम नहीं उगलवा पाई है जिसने उसे नकली नोट छापने का आॅर्डर दिया था।