केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने पुलिस कर्मियों को सलाह दी है कि अपराधियों से दो कदम आगे रहने के लिए उन्हें टेक-सेवी होने की जरूरत है। ऑल इंडिया पुलिस साइंस कांग्रेस (All India Police Science Congress- AIPSC) में बोलते हुए उन्होंने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा को मजबूत करने के लिए पुलिस बल के आधुनिकीकरण और प्रशिक्षण की जरूरत है। इसके अलावा, केंद्रीय मंत्री ने नक्सलवाद और जम्मू कश्मीर में आर्टिकल-370 हटने को लेकर भी बात की।

पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपीआरएंडडी) द्वारा 48वीं पुलिस साइंस कांग्रेस का आयोजन किया गया था, जिसका उद्घाटन केंद्रीय मंत्री ने किया। दो दिवसीय कार्यक्रम भोपाल में केंद्रीय पुलिस प्रशिक्षण अकादमी (CAPT) में आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए अमित शाह ने कहा कि पिछले आठ सालों में नरेंद्र मोदी सरकार कश्मीर मुद्दे को लगभग सुलझा चुकी है। उन्होंने कहा कि आर्टिकल-370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर विकास हो रहा है। वहीं, पूर्वोत्तर क्षेत्र में नक्सलवाद और नशीले पदार्थों की समस्या को भी हल किया गया है।

इस कार्यक्रम में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी शामिल हुए। मध्य प्रदेश के राज्यपाल मंगूभाई पटेल शनिवार को AIPSC के समापन सत्र की अध्यक्षता करेंगे। एक अधिकारी ने बताया कि कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य विभिन्न पुलिस बलों, इकाइयों, सामाजिक वैज्ञानिकों, फोरेंसिक विशेषज्ञों और अन्य हितधारकों को भारतीय पुलिस के लिए सामयिक हितों के चयनित विषयों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक साझा मंच प्रदान करना है।

उन्होंने कहा कि पहली बार एआईपीएससी में सुधार प्रशासन विभाग के अधिकारियों के साथ पुलिस बल, इकाइयां, सामाजिक वैज्ञानिक, फोरेंसिक विशेषज्ञ और हितधारक भाग ले रहे हैं।

अधिकारी ने बताया कि सम्मेलन में लगभग 100 प्रतिभागी शामिल हुए। इनमें विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों, केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (सीएपीएफ), केंद्रीय पुलिस संगठन (सीपीओ), जेलों और सुधार प्रशासन के साथ-साथ फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशालाओं और विभिन्न विश्वविद्यालयों के 20 वक्ता भी हिस्सा ले रहे हैं।