मध्य प्रदेश के ग्वालियर में हैरान करने वाला मामला सामने आया है। एक ही परिवार के 11 लोगों ने राष्ट्रपति से इच्छा मृत्यु की गुहार लगाई है। जिसके लिए राष्ट्रपति को एक चिट्ठी लिखी गयी है, जिसमें परिवार की तरफ से कहा गया है कि उनके पिताजी की देहांत के बाद इलाके के दबंगों ने उनकी जमीन पर कब्जा कर लिया लिहाजा उनके पास जीने का कोई और सहारा नहीं है। उन्हें इच्छा मृत्यु दे दी जाए।
पूरे मामले पर पीड़ित साबिर खान ने बताया कि वह ग्वालियर के ग्राम विरावली का रहने वाला है और एक किसान परिवार से आता है। पिताजी की मृत्यु के बाद हमारे परिवार के 15 लोगों ने जमीन के लिए नामांकन दर्ज कराया, तो पता लगा कि इलाके के कुछ दबंग भूमाफिया प्लाट काटकर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं।
सीमांकन के नहीं पहुंचे तहसीलदार: पीड़ित ने आरोप लगाते हुए कहा मामले की शिकायत हमने दो महीने पहले तहसीलदार से की और सीमांकन की मांग की। उन्होंने हमे तारीख दी लेकिन इस पर कोई एक्शन नहीं लिया। फिर दबंगों ने हमसे कहा कि उनकी पहुंच ऊपर तक है।
दबंग ने बेच दी जमीन: परिवार की ओर से आरोप लगाया कि जितेंद्र अग्रवाल और विजय काकवनी उनकी 1.2 बीघा जमीन पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे हैं जबकि सर्वे क्रमांक 1584 के अनुसार यह जमीन उनके परिवार के नाम पर दर्ज है। वहीं दबंग उनकी जमीन में प्लाट काटकर बेच रहे हैं। उन्होंने खरीदारों समझाने को कोशिश की लेकिन वह उन्हें ऐसा करने पर उल्टा जान से मारने की धमकी देते हैं।
जमीन ही जीने का सहारा: पीड़ित परिवार का कहना है कि जमीन ही उनके जीने का सहारा है। यदि ये जमीन चली जाएगी तो उनका पूरा परिवार क्या खाएगा? इससे बेहतर है कि उनके परिवार को इच्छा मृत्यु दे दी जाए। राष्ट्रपति के नाम लिखे गए पत्र को डीएम कार्यालय और एसपी कार्यालय में दे दिया गया है। वहीं इस मामले पर एसपी अमित सांघी का कहना है कि शिकायत मिलने के बाद जांच की जा रही है।