मध्यप्रदेश के रीवा जिला में एक अजीब मामला सामने आया है। यहां चुनाव हारने पर पूर्व सरपंच ने गांव की सड़क को उखड़वा दिया है। दरअसल, रीवा के अहिरगांव में दूसरे चरण में मतदान था। यहां से चंदन पूर्व सरपंच थे। चंदन जब पिछली बार सरपंच बने थे तो इस सड़क का निर्माण कराया था, लेकिन इस बार चंदन को ग्रामीणों वोट नहीं दिया, जिसकी वजह से वो चुनाव हार गए। जिससे पूर्व सरपंच चंदन नाराज हो गए और सड़क को ट्रैक्टर से उखड़वा दिया।

पूर्व सरपंच चंदन ने ग्रामीणों को धमकी भी दी। जिसके बाद ग्रामीण पुलिस के पास फरियाद लेकर पहुंचे। फरियादियों ने पुलिस को बताया कि पिछली बार चुनाव जितने पर सरपंच ने इस सड़क को बनवाया था, लेकिन चुनाव हारने के बाद उन्होंने सड़क को ट्रैक्टर से उखड़वा दिया। साथ ही हम लोगों को मारने की धमकी भी देते हैं।

ग्रामीणों के आरोप है कि चंदन केवल रोड बनवाने का लालच देकर चुनाव जीतते आए हैं। यहां यह भी बताना जरूरी है कि जिस जमीन पर सड़क निकली है, वो जमीन भी पूर्व सरपंच की ही है।

इस पूरे घटनाक्रम के बाद पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और लोगों से भाईचारा बनाए रखने की अपील की है। वहीं पूरे मामले की जानकारी राजस्व विभाग के अधिकारियों को भी दे दी गई है।

वहीं पंचायत चुनाव के दूसरे चरण में सागर जिले में एक चौंका देने वाला मामला सामने आया था। सरपंच पद के लिए चुनाव लड़ रहे प्रत्याशी की मतदान से 9 दिन पहले मौत हो गई, लेकिन मतगणना के बाद मृत प्रत्याशी ने सरपंची का चुनाव जीत लिया। उसे सबसे ज्यादा 512 वोटे मिले। मामला देवरी जनपद की ग्राम पंचायत कंजेरा का है। मामला सामने आते ही प्रशासन ने निर्वाचन आयोग को पत्र लिखकर आगे की प्रक्रिया के लिए राय मांगी है।

दरअसल, देवरी जनपद की ग्राम पंचायत कंजेरा से प्रत्याशी रविंद्र सिंह राजपूत पुत्र भानूप्रताप सिंह, उम्र 51 साल, निवासी देवरी बखत ने सरपंच पद के लिए नामांकन दाखिल किया था। उनके सामने दो अन्य प्रत्याशी मैदान में थे। गांव में चुनाव का रंग चढ़ने लगा था। इसी बीच 22 जून की सुबह हर्ट अटैक से प्रत्याशी रविंद्र सिंह का निधन हो गया।