मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिला प्रशासन की शनिवार (13 अगस्त, 2022) को एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। यहां तिरंगा कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री झंडा फहराने आए, लेकिन झंडा बिना फहरे ही नीचे आ गया। जिसके बाद तिरंगे को दोबारा फहराया गया है। पूरी घटना कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर रानी दुर्गावती चौक की है।
दरअसल, तिरंगा कार्यक्रम के तहत केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर रानी दुर्गावती चौक में तिरंगा फहराने के लिए आए थे, लेकिन इस दौरान तिरंगा बिना फहरे ही नीचे आ गया। इसके बाद तुरंत झंडे को सही करके दोबारा फहराया गया। इस दौरान तमाम आला अधिकारी भी मौजूद थे। इस घटना के बाद प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया।
जानकारी के मुताबिक कलेक्ट्रेट कार्यालय के बाहर तिरंगा फहराने व कार्यक्रम की जिम्मेदारी नगर परिषद को दी गई थी। वहीं केंद्रीय राज्यमंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते से जब मीडिया ने तिरंगे के अपमान को लेकर सवाल किया तो उन्होंने इसे प्रशासनिक चूक बताया।
फग्गन सिंह कुलस्ते ने कहा, ‘जिस पाइप में या किसी डंडे में झंडा लगाते हैं, वो शायद उसमें नहीं था। उसके बाद में बांधकर के झंडा फहराया गया है। उन्होंने आज का अलग महत्व है। हमने सभी को कहा है कि हर घर में तिरंगा लगना चाहिए। इसी कड़ी में आज तिरंगा लगाने का कार्यक्रम हुआ। उसमें थोड़ी चूक जरूर हुई है। उन्होंने इसको लेकर हमने प्रशासन को कहा है कि इस तरह से नहीं होना चाहिए था’। वहीं इस पूरे मामले को लेकर कांग्रेस ने बीजेपी पर तंज कसा है। साथ ही सवाल भी खड़े हैं।
बता दें, केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार ने पहले ही ‘हर घर तिरंगा’ अभियान चलाने का आह्वान किया है। इसके तहत भाजपा ने करोड़ों झंडे बांटने का दावा किया है। साथ ही सरकारी विभागों में झंडे की सप्लाई की गई है। कुछ सरकारी कर्मचारियों का कहना है कि इसके लिए उनसे पैसे भी लिए गए हैं।
हर घर तिरंगा अभियान के तहत झंडा लहराने के क्रम में कई जगह से तिरंगे के अपमान की तस्वीरें भी सामने आई हैं। कहीं तिरंगा झुका हुआ है तो कहीं राष्ट्रीय ध्वज से बच्चे खेलते पाए गए हैं। वहीं कई जगह तिरंगे को उल्टा लहराए जाने की तस्वीरें भी सामने आई हैं।