Madhya Pradesh: मध्य प्रदेश के ग्वालियर की श्याम वाटिका में अनुसूचित जाति के एक संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहुंचे थे। इस दौरान उन्होंने कहा कि अगर मैं रहूं या न रहूं, लेकिन ग्वालियर का जो एयरपोर्ट है, वो बहुत अच्छा बनना चाहिए, ग्वालियर के लोगों को कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए।
सिंधिया की इन बातों को सुनकर उनकी कट्टर समर्थक मानी जाने वाली पूर्व मंत्री इमरती की आंखों से आंसू छलकने लगे। उसके बाद भीगी आंखों से इमरती देवी ने कहा कि महाराज! कभी ऐसा मत बोलना। उसके बाद सिंधिया ने इमरती देवी का हाथ पकड़कर हौसला बढ़ाया। और कहा कि ये सब मीडिया वाले यहां खड़े हैं। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
बता दें, केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया तीन दिवसीय दौरे पर ग्वालियर हैं। इस दौरान सिंधिया लगातार पार्टी के कार्यकर्ताओं के साथ बैठक कर रहे हैं। इसी कड़ी में शनिवार को श्याम वाटिका में अनुसूचित जाति वर्ग की बैठक थी। जिसमें केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी शामिल हुए। इस दौरान उन्होंने कार्यकर्ताओं से बातचीत की और उनको खाना भी परोसा और खुद भी खाया।
मध्य प्रदेश के सभी वर्ग से हमारा प्यार का नाता है: सिंधिया
पत्रकारों से बातचीत के दौरान केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी परंपरा है, हम पहले दूसरों को खाना खिलाते हैं, फिर खुद खाना खाते हैं, उसी परंपरा का निर्वहन मैंने किया है। सिंधिया ने कहा कि ग्वालियर चंबल और मध्य प्रदेश के सभी वर्गों से हमारा प्यार का नाता है।
केंद्रीय मंत्री ने कहा, ‘2 अप्रैल 2018 के सामाजिक दंगों को प्रदेश आज भी नहीं भूला है। वो इतिहास का एक काला दिन था, जिसे भुलाकर हम सभी को एक साथ मिलकर आगे बढ़ना होगा।कार्यक्रम में सिंधिया ने जाटव समाज के एक व्यक्ति के साथ एक ही प्लेट में खाना खाया। राज परिवार से होने के बावजूद सिंधिया बेहद आम तरीके से पेश आए तो अनुसूचित जाति समाज के लोग भी महाराज के अंदाज के मुरीद हो गए।
2 अप्रैल 2018 में जातिगत हिंसा के बाद विधानसभा चुनाव में सबसे ज्यादा नुकसान भाजपा को ग्वालियर चंबल अंचल में हुआ था। यहां लगभग 90 प्रतिशत सीट भाजपा के हाथ से चली गई थीं।