मध्य प्रदेश में अगले महीने विधानसभा चुनाव होने है जिसके लिए चुनाव आयोग ने कमर कस ली है। चुनाव में किसी भी तरह की गड़बड़ी से निपटने के लिए आयोग सख्ती से पेश आ रहा है। ताजा मामला मध्यप्रदेश के भिंड जिले का है, जहाँ उत्तर प्रदेश के लोगों को मध्य प्रदेश का वोटर बनाने की शिकायत पर निर्वाचन आयोग ने भिंड के कलेक्टर रहे आशीष कुमार गुप्ता को तत्काल प्रभाव से हटाने का निर्देश देकर, उनकी जगह धनराजू एस को नया कलेक्टर बनाया गया है। चुनाव आयोग ने कलेक्टर आशीष कुमार गुप्ता के कार्यों को नॉन-परफॉरमेंस माना है। कहा जा रहा है कि कलेक्टर आशीष कुमार के खिलाफ दिल्ली आयोग में शिकायत भेजी गयी थी, जिसकी गंभीरता को देखते हुए उन्हें तत्काल हटाया गया है।
हटाए गए कलेक्टर आशीष कुमार गुप्ता पर कांग्रेस ने अवैध रूप से भाजपा नेताओं को खदान आवंटित करने का भी आरोप लगाया है। भाजपा के लहार मंडल अध्यक्ष नंदराम बघेल की माँ के नाम आचारसंहिता लगने के बाद पिछली तारीख में जाकर, गाँव वालों के विरोध पर भी खदान आवंटित करने का आरोप लहार विधायक ने लगाया है। वही दूसरी ओर भिंड जिले के कांग्रेस अध्यक्ष ने कलेक्टर की शिकायत में कहा कि, वो भाजपा नेताओं के दबाव में कर रहे है और फर्जी वोटर लिस्ट की शिकायत पर भी कोई प्रभावी कदम नहीं उठा रहे है।
आरोप है कि इसके अतिरिक्त चुनाव के लिए आयोग द्वारा तैयार महत्वपूर्ण पैरामीटर्स को भी कलेक्टर ने पूरा नहीं किया था। इस बात की तस्दीक आयोग की कलेक्टरों के साथ हुई वीडियो कांफ्रेसिंग मीटिंग में भी हुई थी। इसके साथ ही आयोग में शिकायतों की संख्या 3 हजार के पार पहुँच गयी है। इनमें 300 से अधिक शिकायतें अधिकारीयों की ही हैं।
भिंड कलेक्टर पर गाज गिरने के लिए उपरोक्त कारणों को माना जा रहा है। जाहिर है जिले की सीमा समीपवर्ती राज्य उत्तरप्रदेश से लगती है और आयोग ने इसे संवेदनशील जिला माना, फिर भी यहाँ के बड़े बूथों पर आयोग के निर्देश के बाद भी केंद्रीय बालों को डिप्लॉय नहीं किया गया था, साथ ही उत्तर प्रदेश के वोटरों को मध्यप्रदेश का बनाने वाली शिकायत पर कलेक्टर की सुस्ती की खबरों से आयोग ने गहरी नाराजगी जताई। चुनाव आयोग के फ़फ़रमान पर छुट्टी के दिन (रविवार) को ही कलेक्टर को हटाने के लिए सामान्य प्रशासन विभाग के अफसरों ने सुबह मंत्रालय पहुँच कर आदेश जारी किये। अभी भी बहुत से अधिकारियों की शिकायत चुनाव आयोग में लंबित है जिनमे कलेक्टर उमरिया, कमिश्नर ग्वालियर संभाग, एसपी शहडोल आदि शामिल है।