CM Shivraj Singh Chouhan: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने मध्य प्रदेश की विधानसभा में कांग्रेस (Congress) के आरोपों पर कहा कि वो सत्ता के लालची नहीं है। दरअसल 22 दिसंबर को विधानसभा में शीतकालीन सत्र (Winter Session) के दौरान उन्होंने अपने ऊपर कांग्रेस द्वारा लगाए गए आरोपों पर भी सफाई दी।

Madhya Pradesh CM-क्या बोले शिवराज सिंह चौहान:

दरअसल कांग्रेस ने आरोप लगाया कि सत्ता के लिए शिवराज सिंह चौहान ने कमलनाथ सरकार (Kamalnath) गिरा दी। इसपर बोलते हुए मध्य प्रदेश के सीएम ने कहा, “11 दिसंबर, मध्य प्रदेश में वोटों की गिनती हो रही थी। रात के दो बजे तक हमने चुनाव परिणाम देखे। जो परिणाम आया उसमें कांग्रेस को 114 सीटें मिली और भाजपा को 109 सीटें आई थीं। हम पर आरोप लगाया गया कि हमने सत्ता के लिए सत्ता गिराई।”

शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मतगणना की रात दो बजे तक जगा और निश्चय कर सोया था कि सुबह ही मैं इस्तीफा दे दूंगा। शिवराज ने कहा कि मेरी अंतरात्मा गवाही नहीं देती, सीटें कांग्रेस की ज्यादा है तो सरकार बनाने का हक उन्हें दो।

सीएम शिवराज ने कहा कि मैंने फैसला किया कि मैं सीएम पद से इस्तीफा दूंगा जबकि मेरी ही पार्टी के लोगों ने मुझसे कहा कि इस्तीफा नहीं देना है। लेकिन मैंने अपने अंतरात्मा की आवाज सुनी। उन्होंने कहा कि अगर हमें सरकार गिराकर ही सरकार बनानी होती तो मैं कोई इंतजार नहीं करता। लेकिन मैंने किसी दल में तोड़ा-तोड़ी की बात नहीं की और सीधे मीडिया से कह दिया कि मैं सीएम पद से इस्तीफा दे रहा हूं।

शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि मैं अपना इस्तीफा सौंपने जा रहा था तो रास्ते में मैंने कमलनाथ जी को फोन किया और उन्हें जीत की बधाई दी। इसके तुरंत बाद मैंने गर्वनर को जाकर इस्तीफा दिया और लौटकर फिर मीडिया से कहा, नाऊ आई एम फ्री।

मध्य प्रदेश के सीएम ने मध्य प्रदेश की जनता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता जताते हुए कहा कि मेरे जीवन का संकल्प है कि कैसे मध्य प्रदेश का विकास हो, मध्य प्रदेश की जनता मेरे रोम-रोम में बसी है। मेरा जीना-मरना सब मध्य प्रदेश के लिए है।