उन्नाव रेप पीड़ित परिवार को मुख्यमंत्री कमलनाथ ने मध्यप्रदेश आकर बसने का न्योता दिया है। कमलनाथ ने शुक्रवार (2 अगस्त 2019) को अपने आधिकारिक ट्वीट हैंडल पर यह पेशकश की। उन्होंने कहा कि वह पीड़िता का प्रदेश के बच्ची की तरह ही ख्याल रखेंगे। सीएम ने ट्वीट किया ‘उन्नाव दुष्कर्म मामले पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला स्वागत योग्य है। यूपी को असुरक्षित मान छोड़ने का निर्णय ले चुकी पीड़िता की मां और परिजनों से में अपील करता हूं कि वे सभी मध्यप्रदेश आकर बसने का निर्णय लें।’

उन्होंने कहा ‘हमारी सरकार आपके पूरे परिवार को पूरी सुरक्षा प्रदान करेगी। बच्ची का हम बेहतर इलाज कराएंगे। उसकी बेहतर शिक्षा से लेकर सम्पूर्ण दायित्व हम निभायेंगे। किसी भी प्रकार की दिक्कत का सामना नहीं होने देंगे। दिल्ली केस ट्रांसफर होने पर आपके दिल्ली आने-जाने की भी पूरी व्यवस्था करेंगे। हम बच्ची का प्रदेश की बेटी की तरह ख्याल रखेंगे।’

कमलनाथ के इस ट्वीट की बीजेपी प्रवक्ता रजनीश अग्रवाल ने सराहना की लेकिन साथ ही तंज भी कसा। उन्होंने कहा कि ट्वीट करने की बजाय बेहतर होता कि वह पीड़ित परिवार से जाकर मुलाकात करते। इसके साथ ही उन्हें मध्यप्रदेश की लड़कियों पर हो रहे अत्याचारों पर भी ध्यान देना चाहिए।’ वहीं बीजेपी प्रवक्ता के इस बयान पर कांग्रेस नेता भुपेंद्र गुप्ता ने पलटवार किया। उन्होंने कहा बीते 2 साल में यूपी सरकार बेसहारा नजर आ रही है क्योंकि उनके एमएलए (कुलदीप सेंगर) पर लड़की से रेप के आरोप हैं। सीएम कमलनाथ इस मामले का राजनीतिकरण नहीं कर रहे बल्कि वह इंसानियत के नाते मदद की पेशकश कर रहे हैं।’

मालूम हो कि गुरुवार को उन्नाव रेप केस से जुड़े सभी पांच केस सुप्रीम कोर्ट ने यूपी की कोर्ट से दिल्ली ट्रांसफर कर दिए। कोर्ट ने इसके साथ ही प्रमुख केस (रेप) की सुनवाई 45 दिन में पूरी करने का आदेश दिया। कोर्ट ने परिवार को सीआरपीएफ सुरक्षा देने का भी आदेश दिया। इसके साथ ही कोर्ट ने सीबीआई को ट्रक और रेप पीड़िता की गाड़ी में हुई भिंड़त से जुड़े आखिरी और पांचवें केस की जांच सात दिनों में पूरी करने का निर्देश दिया। बता दें कि उस हादसे में पीड़िता के परिवार की दो महिलाओं की जान चली गई थी, जबकि रेप पीड़िता व उनके वकील गंभीर रूप से घायल हुए थे।