मध्यप्रदेश में 24 सीटों पर उपचुनाव भाजपा के साथ कांग्रेस के नाक का सवाल बन गए हैं। कांग्रेस से इस्तीफा देकर भाजपा में गए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इसे सिंधिया-शिवराज बनाम कमलनाथ-दिग्विजय के बीच की लड़ाई घोषित कर दिया है। उन्होंने पार्टी कार्यकर्ताओं से चुनाव की तैयारियां तेज करने को कहा।

भाजपा नेता ने मुंगावली में वर्चुअल रैली को संबोधित किया। रैली में सिंधिया ने कार्यकर्ताओं से कहा कि ये आरपार की लड़ाई है। उन्होंने कहा कि आप जनता से चौहान और सिंधिया या कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी को चुनने के लिए कहें। मालूम हो कि उपचुनाव में 24 सीटों के लिए विधानसभा चुनाव होने हैं। 24 में 22 सीटें कांग्रेस विधायकों के इस्तीफा देने के बाद से खाली हुई है। वहीं दो सीटों पर तत्कालीन विधायकों का निधन हो चुका है।

इन 24 सीटों में 17 सीटें ग्वालियर-चंबल संभाग की हैं। पूर्व सीएम कमलनाथ का फोकस इन्हीं संभाग पर अधिक है। ज्योतिरादित्य सिंधिया के आने के बाद से मध्यप्रदेश में भाजपा की स्थिति पहले की तुलना में काफी मजबूत हुई है। सिंधिया के कांग्रेस के इस्तीफे के बाद से ग्वालियर-चंबल संभाग की सीटों पर कांग्रेस का संगठनात्मक ढांचे लवगभग चरमरा सा गया है।

ऐसे में पार्टी की चुनौती यहां संगठन को फिर से खड़ा करने की होगी। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इस स्थिति में सिंधिया, शिवराज सिंह के साथ मिलकर पूर्व सीएम कमलनाथ और दिग्विजय सिंह की जोड़ी पर भारी पड़ सकते हैं। कांग्रेस की तरफ से 31 जुलाई तक सभी उम्मीदवार तय करने की तैयारी है।

दूसरी तरफ भाजपा प्रत्याशियों के नाम लगभग तय बताए जा रहे हैं। कमलनाथ की सरकार के इस्तीफे के बाद से भाजपा ने सरकार बनाई है।