Uma Bharti: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) की तीर्थनगरी ओमकारेश्वर पहुंची राज्य की पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती (Uma Bharti) ने पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों को खरीखोटी सुनाई। उन्होंने पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों से कहा कि मैं जेल जाने को तैयार हूं, लेकिन मंदिर का वास्तु नहीं बिगड़ने दूंगी।

क्या है पूरा मामला-

भाजपा की फायर ब्रांड नेता उमा भारती (Uma Bharti) शुक्रवार (23 दिसंबर, 2022) को ओमकारेश्वर पहुंची थीं। इस दौरान उमा भारती के कहने पर भक्तों ने नंदी के चारों ओर लगी जाली हथोड़े से तोड़ दी। ऐसा करने से उन्हें रोकते हुए पुरातत्व विभाग के कर्मचारियों ने कहा आप आवेदन दे दो। हम अफसरों तक पहुंचाकर समाधान कराएंगे।

‘जेल जाने को तैयार, मंदिर का वास्तु नहीं बिगड़ने दूंगी’

यह बात सुनकर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती भड़क गईं। उमा भारती ने कहा कि मैं क्या, कोई भक्त भी आवेदन नहीं देगा। मैंने जाली तोड़ी है। आप अधिकारियों को इसकी जानकारी देकर FIR दर्ज करा सकते हैं। उन्होंने कहा कि मैं जेल जाने को तैयार हूं, लेकिन मंदिर का वास्तु नहीं बिगड़ने दूंगी। जाली दोबारा यहां नहीं लगेगी। उमा भारती के तेवर देख कर्मचारी शांत हो गए।

बता दें, पुरातत्व विभाग ने ममलेश्वर मंदिर में नंदी जी के पास जाली लगा दी थी, जिससे नंदी जाली के अंदर थे। इसी बात को लेकर उमा भारती नाराज हो गईं। उन्होंने पुरातत्व विभाग से अपनी नाराजगी जताते हुए सख्त लहजे में कहा कि हर मंदिर का वास्तु होता है। द्वादश ज्योतिर्लिंग में ममलेश्वर वृषभ राशि के स्वामी हैं। वास्तु के हिसाब से नंदी के दाएं ओर से ज्योतिर्लिंग मंदिर में दर्शन करने जाना है। आप लोगों ने इसे बंद कर मंदिर का वास्तु बिगाड़ दिया है। मैंने आज इसको हटा दिया है। अब यह जाली दोबारा नहीं लगेगी।

विद्धानों को चुनौती देकर धरोहरों से खिलावाड़ किया जा रहा है: उमा भारती

पूर्व मुख्यमंत्री ने पुरातत्व विभाग के स्थानीय कर्मचारियों से कहा कि हजारों साल पहले विद्वानों ने वास्तु के अनुसार मंदिरों का निर्माण कराया था। आज ऐसे विद्वानों को चुनौती देकर धरोहरों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। अगर कोई बदलाव जरूरी भी है तो इसके लिए वैदिक विद्वानों से सुझाव लेकर किए जाएं।

उमा भारती ने कहा ओंकारेश्वर में मुख्य ज्योतिर्लिंग ममलेश्वर ही हैं। ममलेश्वर ज्योतिर्लिंग वृषभ राशि के स्वामी हैं। सामने नंदी भी वास्तु के हिसाब से बैठे हैं। वास्तु के अनुसार मुझे दाएं होकर मंदिर में प्रवेश करना है, लेकिन आपने रास्ता बंद कर रखा है। मुझे छोड़ दें, लेकिन देशभर से नंगे पांव आने वाले भक्तों की आस्था से खिलवाड़ हो रहा है। मैं ऐसा नहीं होने दूंगी।