मध्य प्रदेश की सत्ता संभालते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने राज्य में एक बड़ा प्रशासनिक फेरबदल किया है। कांग्रेस सरकार ने मध्य प्रदेश में 48 आईएएस समेत 26 कलेक्टरों को बदलने का आदेश दिया है। इनमें से 15 कलेक्टरों से जिलों की जिम्मेदारी भी छीन ली गई है। बता दें, मुख्यमंत्री बनते ही कमलनाथ एक्शन में दिखाई दे रहे हैं। कमलनाथ ने 1987 बैच के IAS अफसर मनोज श्रीवास्तव को पशुपालन विभाग भेज दिया है। मनोज को बीजेपी और आरएसएस का करीबी माना जाता है। मनोज श्रीवास्तव शिवराज सिंह के प्रमुख सचिव रह भी चुके हैं।
सीनियर IAS एसआर मोहंती से मिले थे कमलनाथ-
वहीं 1991 बैच के आईएएस और नवकरणीय ऊर्जा विभाग के प्रमुख सचिव मनु श्रीवास्तव को वाणिज्यिक कर की जिम्मेदारी दी गई है। खबरें हैं कि मंत्रीमंडल के गठन से पहले ही कमलनाथ ने अपने खास लोगों को बड़े पदों पर नियुक्त कर दिया है। अधिकारियों के तबादले से पहले कमलनाथ ने माध्यमिक शिक्षा मंडल के अध्यक्ष और सीनियर IAS एसआर मोहंती से मुलाकात की थी। बता दें, कमलनाथ से मंत्रालय पहुंचकर मोहंती ने मुलाकात की थी।
इसके अलावा छिंदवाड़ा में जो अफसर तैनात थे उनको हटाने का सिलसिला भी जारी है। छिंदवाड़ा में पहले पुलिस अधीक्षक उसके बाद एएसपी और छिंदवाड़ा जिला पंचायत के सीईओ ऋषि गर्ग को भी हटा दिया गया है। बता दें, मध्य प्रदेश की कांग्रेस सरकार 2019 लोकसभा चुनाव को देखते हुए काम कर रही है। कांग्रेस की योजना घोषणापत्र में किए वादों को जल्द से जल्द पूरा करने की है ताकि उसे लोकसभा चुनाव में भी जनता का समर्थन मिल सके। किसानों का कर्ज माफ करके फिलहाल कमलनाथ फ्रंटफुट पर हैं। राजस्थान में भी प्रशासनिक फेरबदल किए जा रहे हैं। वहां भी अशोक गहलोत जिन IAS अफसरों का ट्रैक रिकॉर्ड अच्छा है उन्हें अहम जिम्मेदारी दे रहे हैं।